शानदार मनोरम दृश्य के बावजूद चंद्रु जलप्रपात अब भी है गुमनाम, जिला प्रशासन लगातार करता आ रहा है नजरअंदाज

यहां पर्यटन विभाग व झारखंड सरकार अध्ययन कर पर्यटन के क्षेत्र में विकसित किया जाये तो गुमनामी की जगह रौनक में बदल जायेगी और यहां पर्यटकों की भीड़ जमने लगेगी और विकास होने से रोजगार के अवसर मिलेंगे आवागमन के लिए सुलभ पथ का निर्माण भी हो जायेगा. यहां पर कई मनमोहक जलप्रपात मौजूद हैं जहां पर्यटन विकास की असीम संभावनाएं छिपी हुई हैं लेकिन ग्रामीणों क्षेत्रों में सरकार नजरअंदाज कर देती हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | February 10, 2021 11:58 AM

jharkhand news, bokaro news, best tourist places in bokaro बोकारो : बोकारो तथा हजारीबाग जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के अंतर्गत चन्द्रू वाटर फॉल में प्रकृति ने अद्भूत छटा बिखरी है यहां का फॉल काफी मनोरम दृश्य उत्पन्न करता है पर्यटन के क्षेत्र में विकसित किया जाये तो इसकी खूबसूरती देखने लायक स्थल होगी लेकिन पर्यटन विभाग व झारखंड सरकार के उदासीन रवैया के कारण आज चन्द्रु फॉल गुमनामी का चादर से ओढ़ा हुआ है.

यहां पर्यटन विभाग व झारखंड सरकार अध्ययन कर पर्यटन के क्षेत्र में विकसित किया जाये तो गुमनामी की जगह रौनक में बदल जायेगी और यहां पर्यटकों की भीड़ जमने लगेगी और विकास होने से रोजगार के अवसर मिलेंगे आवागमन के लिए सुलभ पथ का निर्माण भी हो जायेगा. यहां पर कई मनमोहक जलप्रपात मौजूद हैं जहां पर्यटन विकास की असीम संभावनाएं छिपी हुई हैं लेकिन ग्रामीणों क्षेत्रों में सरकार नजरअंदाज कर देती हैं.

यहां पर चारों और से वनों व पहाड़ों से घिरा है. बिष्णुगढ-गोमिया मुख्य मार्ग पर स्थित सदारो से महज 1 कि.मी. तथा गोमिया से 8 कि.मी. की दूरी पर यह जलप्रपात स्थित है. यहां पहुंचने के लिए 1 कि.मी. कच्ची सडकों से होकर गुजरना पड़ता है, लेकिन यहां पहुंचने पर कल-कल करता झरने का मधुर स्वर चारों दिशाओं में फैली हरियाली, सफेद चट्टानों से ढका यह स्थल पर्यटकों को रोमांचित कर देती है.

सफ़ेद चट्टानों के बीच से गिरता झरना तथा पक्षियों का स्वर को सुनकर ऐसा प्रतीत होता हैं जैसे प्रकृति ने इसे काफी फुर्सत के क्षण में गढ़ा है. यहां की जादुई मनमोहक दृश्य किसी भी पर्यटक को बार-बार यहां आने के लिए रोमांचित करता है लेकिन दुर्भाग्य की बात ये है कि हजारीबाग और बोकारो जिला प्रशासन से लेकर झारखंड सरकार का ध्यान अब तक इस ओर नहीं पहुंचा है और न ही किसी जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी ने यहां तक पहुंचने का कोशिश किया.

चंद्रु जलप्रपात वर्तमान में सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहा हैं. जरूरत हैं ऐसे खुबसूरत जगह को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाय ताकि यहां के लोगों को रोजगार के साथ साथ क्षेत्र का विकास हो सके.

Posted By : Sameer Oraon

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