Jharkhand News : झारखंड के नक्सल प्रभावित अमन गांव की बदलने लगी तस्वीर, विकास को लेकर बढ़ीं उम्मीदें
अमन के ग्रामीणों को पंचायत के लिए आवागमन करने में 25 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, जबकि पहाड़ी मार्ग पर दडंरा तक पथ का निर्माण हो जाये तो महज पांच किलोमीटर की दूरी तय कर अपनी पंचायत चुटे पहुंच जायेंगे. इस सड़क को अमन के युवक व ग्रामीण श्रमदान कर बनाने में जुटे हैं.
Jharkhand News, बोकारो न्यूज (नागेश्वर) : झारखंड के बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अतंर्गत झुमरा पहाड़ के निकट चुटे पंचायत के उग्रवाद प्रभावित अमन पहाड़ पर बसे अमन गांव में विकास से गांव की तस्वीर बदलने लगी है. किसी भी ग्रामीण का घर कच्चा नहीं रहेगा. इसी के तहत सभी को प्रधानमंत्री आवास योजना से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है. सड़क निर्माण की दिशा में भी तेजी से कार्य किया जा रहा है.
अमन से दडरा तक करीब पांच किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाना है. इसके लिए बोकारो के उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने बीडीओ को निर्देश दिया है. इस पर तेजी से कार्य किया जा रहा है. जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू होगा. आपको बता दें कि आजादी के बाद पहली बार सरकारी अधिकारी इस गांव में पहुंचे थे. इसके बाद इसकी तस्वीर धीरे-धीरे बदल रही है. आपको बता दें कि पिछले दिनों अमन गांव में आजादी के सात दशक बाद बीडीओ कपिल कुमार व प्रखंड के समन्वयक संतोष पंडित पहुंचे थे और गांव की स्थिति की जानकारी ली थी.
पंचायत द्वारा 2021 के पूर्व मनरेगा से डोभा और कूप निर्माण के कार्य किये गये. इसके अलावा और कई विकास के कार्य किये गये. राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना से गांव में रौशनी आयी, लेकिन हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल द्वारा झुमरा से अमन पथ के निर्माण में झुमरा से सिमराबेडा तक ही एनओसी दिया गया जबकि सिमराबेडा से अमन की दूरी महज दो से तीन किलोमीटर ही है. सड़क का एनओसी नहीं मिलने से सड़क नहीं बन पायी है.
अमन के ग्रामीणों को पंचायत के लिए आवागमन करने में 25 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, जबकि पहाड़ी मार्ग पर दडंरा तक पथ का निर्माण हो जाये तो महज पांच किलोमीटर की दूरी तय कर अपनी पंचायत चुटे पहुंच जायेंगे. इस सड़क को अमन के युवक व ग्रामीण श्रमदान कर बनाने में जुटे हैं. अमन गांव में कुल 24 आवास हैं, जिसमें 18 लोगों को प्रधानमंत्री आवास मिल गया है. 6 लाभुक सयुंक्त परिवार में है जिनके चलते मकान आवंटन नहीं हो पाया. आवास के अलावा पेयजल के लिए कूप, डोभा, टीसीपी, दीदी बाड़ी आदि योजनाओं से लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है. अमन गांव में मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र के संचालन को लेकर सीडीपीओ अलकारानी सर्वे कराकर जिले को रिपोर्ट भेजने की तैयारी में जुटी हैं, ताकि वहां के ग्रामीणों को बाल विकास योजना का भी समुचित लाभ मिल सके.
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Posted By : Guru Swarup Mishra