गोविंदपुर- तेनुघाट लाइन में TTPS का पावर ट्रांसमिशन शुरू, दुमका सहित कई क्षेत्रों में पहुंचेगी बिजली
बोकारो जिला अंतर्गत गोविंदपुर-तेनुघाट ट्रांसमिशन लाइन में TTPS से पावर ट्रांसमिशन शुरू हो गया है. इसके शुरू होते ही दुमका समेत कई क्षेत्रों के लोगों को बिजली की सुविधा मिलेगी. गोविंदपुर फीडर में 48-50 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है.
Jharkhand News (रामदुलार पंडा, महुआटांड़, बोकारो) : झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड (Jharkhand Energy Transmission Corporation Limited ) की ओर से निर्माण कराये गये गोविंदपुर-तेनुघाट ट्रांसमिशन लाइन (220 केवी) में बुधवार की दोपहर डेढ़ बजे TTPS से पावर ट्रांसमिशन शुरू हो गया. फिलहाल, 48 से 50 मेगावाट बिजली आपूर्ति गोविंदपुर फीडर में हो रही थी. इस लाइन में टेस्ट के तौर पर किया गया विद्युत संचरण सफल बताया गया.
इसके पहले 26 अक्टूबर को लाइन को TTPS की ओर से चार्ज किया गया था. जिसके बाद बुधवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे से सिंक्रोनाइज्ड भी कर लिया गया. इस अवसर पर TTPS के कंट्रोल रूम में TTPS के DGM अशोक प्रसाद, विद्युत अधीक्षण अभियंता आशीष शर्मा, धर्मेंद्र कुमार, सर्वेश प्रसाद, नीरज कुमार के अलावे JUSNL के एक्जीक्यूटिव अफसर अजयकांत झा उपस्थित रहे. जो टेस्ट सिंक्रोनाइज्ड के सफल होने पर खुश भी दिखे.
बताया गया कि गोविंदपुर- तेनुघाट ट्रांसमिशन लाइन में दो सर्किट है. फिलहाल सर्किट एक में विद्युत संचरण शुरू किया गया है. सूत्रों की माने, तो एक माह में दूसरे सर्किट को भी सिंक्रोनाइज्ड कर लिया जायेगा. जिससे JUSNL की उपलब्धि में और इजाफा होगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चालू माह में गोविंदपुर-तेनुघाट ट्रांसमिशन लाइन का विधिवत उद्घाटन हो सकता है.
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TVNL के लिए भी कई मायनों में लाभकारी होगी यह ग्रिड
JUSNL द्वारा निर्मित गोविंदपुर-तेनुघाट ट्रांसमिशन लाइन से संचरण निगम को तो लाभ होगा ही, TTPS को भी बहुयामी लाभ होंगे. इस ग्रिड के जरिये TVNL अपनी उत्पादित बिजली को दुमका आदि क्षेत्रों में आपूर्ति कर सकेगी. जबकि, इस तीसरे ग्रिड कनेक्टिविटी से TTPS परियोजना से उत्पादित बिजली के संचरण कराने में बहुत सहूलियत मिलेगी. बल्कि, गोविंदपुर-तेनुघाट लाइन के दूसरे सर्किट के चालू हो जाने के बाद कुल 4 ग्रिड हो जायेगी.
दरअसल, TTPS से पतरातू व बिहारशरीफ ट्रांसमिशन टावर लाइन जुड़े हुए हैं. कई बार ऐसा हो जाता है कि अगर कोई ग्रिड में गड़बड़ी आ जाय, तो TTPS को यूनिटों से उत्पादन का लोड कम करना पड़ता है जो गोविंदपुर-तेनुघाट ग्रिड जुड़ जाने के बाद नहीं करना होगा. चूंकि, तीसरी ग्रिड उपलब्ध रहेगी और कुछ दिनों बाद चार ग्रिड. कहा जाता है कि जिस पावर प्लांट से जितनी अधिक ग्रिड जुड़ी रहेगी, विद्युत संचरण व आपूर्ति के लिहाज से स्थायित्व भी मजबूत बना रहता है. बहरहाल, TVNL की बिजली संताल के जिलों में भेजी जा सकेगी.
TTPS विस्तारीकरण के लिए जरूरी भी
गोविंदपुर-तेनुघाट ट्रांसमिशन टावर लाइन के चालू होने व TTPS से जुड़ना TTPS के विस्तारीकरण को भी बल प्रदान करेगा. कहा जाता है कि जिस पावर प्लांट से जितनी ग्रिड जुड़ी रहेगी, पावर स्टेबिलिटी भी उतनी ही मजबूत होती है. चूंकि, TTPS के विस्तारीकरण के तहत 660 मेगावाट की दो यूनिट यानी कुल 1320 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव है और इसकी सैद्धांतिक सहमति भी मिली हुई है. राज्य की हेमंत सरकार भी TTPS के विकास को बल दे रही है. पूर्व में ऊर्जा विभाग की समीक्षा में विस्तारीकरण पर मंथन किया गया था. जिससे इस ओर उम्मीद जगी हुई है.
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गोविंदपुर- तेनुघाट ट्रांसमिशन लाइन से करीब 50 मेगावाट बिजली की हो रही आपूर्ति : अनिल कुमार शर्मा
इस संबंध में TNVL के MD अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि गोविंदपुर- तेनुघाट ट्रांसमिशन लाइन में कुछ दिन पूर्व TTPS की ओर से चार्ज किया गया था. जिसके बाद बुधवार की दोपहर डेढ़ बजे यह सिंक्रोनाइज्ड भी हो गया. टेस्ट सफल रहा है. 48 से 50 मेगावाट विद्युत संचरण इस लाइन में हो रहा है.
Posted By : Samir Ranjan.