World Tribal Day: यहां जिंदगी के लिए जान दांव पर लगाती हैं महिलाएं, देखें वीडियो
प्रकृति ने यहां अपनी अद्भुत छटा बिखेरी है, पर्यटन की भी असीम संभावनाएं हैं, लेकिन पहाड़ के उपरी हिस्से में बसे असनापानी गांव के ग्रामीण ही मूलभूत सुविधाओं के आभाव में जी रहे हैं. गांव में बिजली और सड़क के अलाव पीने के पानी की विकराल समस्या है.
बोकारो जिला के गोमिया प्रखंड अंतर्गत सियारी पंचायत के नक्सल प्रभावित क्षेत्र असनापानी गांव के संताली ग्रामीण आज भी काफी जद्दोजहद की जिंदगी गुजार रहे हैं. देखा जाये तो असनापानी छेत्र की समस्या झुमरा पहाड़ से कम नहीं है. हालांकि, झुमरा पहाड़ क्षेत्र में विकास ने वहां की सूरत बदल दी है, लेकिन अब असनापानी क्षेत्र में विकास को गति देने की जरूरत है. असनापानी गांव गोमिया प्रखंड मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर है, जहां प्रकृति ने अपनी अद्भुत छटा बिखेरी है. यहां पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं, लेकिन पहाड़ के उपरी हिस्से में बसे असनापानी गांव के ग्रामीण ही मूलभूत सुविधाओं के आभाव में जी रहे हैं. गांव में बिजली और सड़क के अलाव पीने के पानी की विकराल समस्या है.
The Santali villagers of Asnapani village, a naxal-affected area of Siyari Panchayat under Gomiya block of Bokaro district, are still living a life of great struggle. If seen, the problem of Asnapani area is no less than that of Jhumra mountain. Although, development in Jhumra Pahar area has changed its face, but now there is a need to speed up the development in Asnapani area. Asnapani village is about 30 kilometers away from Gomiya block headquarters, where nature has spread its wonderful shade. There are immense possibilities of tourism here, but only the villagers of Asnapani village, situated on the top of the mountain, are living in the absence of basic facilities. Apart from electricity and roads, there is a huge problem of drinking water in the village.