Jharkhand News, रांची न्यूज : तमिलनाडु में आये विक्षोभ का असर झारखंड में भी दिख रहा है. इस कारण राज्य में शनिवार सुबह से लगातार बारिश हो रही है. इसका खेती पर भी असर पड़ रहा है. खरीफ की फसल के लिए यह बारिश नुकसानदायक है, जबकि रबी के लिए यह अमृत के समान है. सब्जियों की खेती को भी इससे नुकसान होगा.
झारखंड में इस बार खरीफ के समय धान की अच्छी खेती हुई है. धान कटनी का समय आ गया है. कहीं-कहीं धान कटाई भी शुरू हो गयी है. धान काटकर खेतों में ही रखा हुआ है. कहीं धान काटकर खलिहान तक पहुंचाया गया है. कुछ खेतों में धान पक कर तैयार हो गया है. बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक (अनुसंधान) डॉ अब्दुल वदूद ने बताया कि खरीफ के लिए यह नुकसान है. जो धान की फसल खड़ी है, उसको बहुत नुकसान नहीं होगा. केवल कटाई में देरी हो जायेगी. जिन किसानों ने धान काटकर खेतों या खलिहानों ने छोड़ दिया, उसको नुकसान हो सकता है. धान खराब हो सकता है. चावल की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा.
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बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक (अनुसंधान) डॉ अब्दुल वदूद ने बताया कि खड़ी फसल काटने में देरी से किसानों को रबी की खेती शुरू करने में देरी हो सकती है. जिन किसानों का खेत खाली हो गयी है. वह रबी की खेती शुरू कर सकते हैं. रबी की खेती के लिए यह बारिश अमृत के समान है. इस बारिश से खेतों में नमी आ गयी है. इससे फसल लगाने के बाद इससे पौधा निकलने में दिक्कत नहीं होगी. किसानों को एक सिंचाई से राहत मिल जायेगी. साग-सब्जी के लिए यह बारिश नुकसानदायक है.
Posted By : Guru Swarup Mishra