Jharkhand: मनरेगा के तहत 8 करोड़ 40 लाख की लागत से 223 किसानों को आम बागवानी के लिए किया जा रहा प्रेरित

मनरेगा योजना के तहत 8 करोड़ 40 लाख रुपये की लागत से गोमिया प्रखंड अंतर्गत 36 पंचायतों के 20 पंचायतों में आम की बागवानी करा कर ग्रामीण कृषकों को आत्म निर्भर बनाया जा रहा है. प्रखंड में 5 एकड भूमि मे 223 लाभुकों के बीच 25 हजार आम का पेड़ के अलावा 18 हजार इमरती पेड़ लगाने का काम चल रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2022 6:29 PM

Bokaro News: बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत 36 पंचायतों के 20 पंचायतों में आम की बागवानी करा कर ग्रामीण कृषकों को आत्म निर्भर बनाया जा रहा है. मनरेगा के तहत इसके लिए 8 करोड 40 लाख रुपये खर्च किये जा रहे हैं. 223 कृषकों को आम की बागवानी के लिए प्रेरित कर काम किया जा रहा है.

प्रखंड में 223 एकड भूमि मे 223 लाभुकों के बीच 25 हजार आम का पेड़ के अलावा 18000 इमरती पेड़ लगाने का काम चल रहा है. इसके लिए चिन्हित सभी किसानों के भूमि पर उर्वरक खाद देकर भूमि को उर्वर बनाया जा रहा है. पेड़ लगने के तीन से पांच वर्षो के बाद गांव से बाजारों में आम्रपाली, लंगड़ा, सिपिया, मलिका आदि प्रजाति के आम मिलने लगेंगे.

गत वर्ष 135 एकड़ भूमि में 143 किसानों को मिला योजना का लाभ

इसी प्रकार बीते सत्र 2021-22 में प्रखंड‌ के 143 लाभुकों के 135 एकड़ भूमि में पौधरोपन किया गया. जिसमें आम का पेड़ 16 हजार और इमारती लकड़ी के पेड़ साढ़े 11 हजार हैं. आम की प्रजाति में मालदा, लगंड़ा, मलिका, आम्रपाली, सिपिया आदि लगाया जा चुका है. इससे जो किसान लाभान्वित होगें वो सिर्फ आम के फल से हीं नहीं अपितू आम बागवानी के साथ-साथ बागवानी के अंदर पड़े खाली जमीन में इंटरक्रोपिंग विधि के तहत साग सब्जी का भी उत्पादन कर सकते हैं. सभी आम बागवानी में साग‌ सब्जी का पैदावार के लिये पानी जमा रखने के लिये गड्ढा भी विभाग के द्वारा किया जा रहा है. यह योजना 3 लाख 76 हजार रुपये प्रति लाभुक है. जो एक एकड़ भूमि में पेड़ लगाया जा रहा है.

आम बागवानी योजना से रोजगार का होगा सृजन

प्रखंड विकास पदाधिकारी कपिल कुमार ने कहा कि बृहद रूप से आम बागवानी लगाने का काम चल रहा है. इस योजना से रोजगार का भी सृजन हो रहा है. साथ ही पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी लाभ मिलेगा. यह योजना ग्रामीण क्षेत्र के लिये काफी लाभप्रद योजना है.

भूमि सत्यापन किया गया

आम की बागवानी योजना को प्रखंड के विभिन्न पंचायतों मे त्वरित गति से लागू करने के लिये चिन्हित भूमि को सत्यापन करना भी आवश्यक है. अंचल द्वारा त्वरित गति से भूमि का सत्यापन किया गया ताकि योजना को लागू करने मे विलंब ना हो.

योजना का देखभाल के लिये 21 रोजगार सेवक जुड़े

योजना को लागू करने व पूर्व से संचालित योजना को देख-रेख के लिये विभागीय स्तर से पहल किया गया है. 21 रोजगार सेवक को आम बागवानी में लगाया गया है. योजना को धरातल पर उतारने के लिये विधिवत कार्य रूप दिया जारहा है. ये बातें प्रखंड के बीपीओ पवन कुमार गुप्ता ने कही.

रिपोर्ट-नागेश्वर

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