झारखंड: बेरमो कोयलांचल में कहर ढा रही गर्मी, रुला रही बिजली, पानी के लिए तरस रहे लोग

गर्मी के कारण तालाब, कुआं, डांडी, गोदोनाला सूख गया है. चापानलों का जलस्तर भी काफी नीचे चला गया है. कई जगह पानी भरने के लिए लोग रतजगा कर रहे हैं. गोमिया, नावाडीह, चंद्रपुरा व बेरमो प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में भी पानी की समस्या से लोग त्रस्त हैं. बेरमो कोयलांचल में पारा 44 डिग्री पहुंचा.

By Prabhat Khabar News Desk | June 16, 2023 3:40 PM
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बेरमो (बोकारो): एक तो गर्मी का सितम, उस पर बिजली की समस्या ने परेशानी बढ़ा दी है. बेरमो कोयलांचल में गर्मी का सितम जारी है. गुरुवार को यहां का तापमान अधिकतम 44 डिग्री पहुंच गया. चिलचिलाती गर्मी के कारण दिन 10 बजे के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है. शाम सात बजे तक चल रही गरम हवा ने लोगों बेचैन कर रखा है. इधर, इस भीषण गर्मी में अनियमित विद्युत आपूर्ति ने लोगों को हलकान कर दिया है. फुसरो बाजार सहित आसपास के क्षेत्रों में दो माह से लोग बिजली संकट भी झेल रहे हैं. लोगों ने एक दिन चार घंटे सड़क जाम की तो एक-दो दिन तक बिजली की स्थिति ठीक रही, लेकिन फिर वही हाल है. अनियमित विद्युत आपूर्ति के कारण कई जगह जलसंकट भी गहरा गया है.

सूख गए कुएं व तालाब

गर्मी के कारण तालाब, कुआं, डांडी, गोदोनाला सूख गया है. चापानलों का जलस्तर भी काफी नीचे चला गया है. कई जगह पानी भरने के लिए लोग रतजगा कर रहे हैं. गोमिया, नावाडीह, चंद्रपुरा व बेरमो प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में भी पानी की समस्या से लोग त्रस्त हैं. नावाडीह प्रखंड के नीचेघाट व ऊपरघाट के इलाकों में जलसंकट ने विकराल रूप ले लिया है. परंपरागत जलस्रोत सूख गये हैं. इन क्षेत्रों के लोग आज भी कुआं, झरना, डांडी, चुआं आदि प्राकृतिक जलस्रोत पर पूरी तरह से निर्भर हैं. ग्रामीणों को पीने का पानी जुगाड़ करने के लिए भटकना पड़ रहा है. ऊपरघाट के कंजकीरो, काछो, गोमियाटो, मुंगो-रांगामाटी, पैक, नारायणपुर, बरई तथा पलामू पंचायत के दर्जनों गांवों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है. इन समस्याओं से एक बड़ी आबादी त्रस्त है. क्षेत्र के जनप्रतिनिधि मस्त और अधिकारी सुस्त हैं.

एसी-कूलर की जम कर हो रही बिक्री

भीषण गर्मी के कारण क्षेत्र में जम कर एसी, कूलर व पंखों की बिक्री हो रही है. दुकानों में कोल ड्रिंक, लस्सी व आइसक्रीम की भी खूब ब्रिकी हो रही है. सीसीएल प्रबंधन के आदेश का भी असर नहीं. विद्युत संकट को देखते हुए हाल में ही सीसीएल बीएंडके एरिया प्रबंधन ने पूरे एरिया खासकर बोकारो कोलियरी में वाहन में माइक से प्रचार करा कर घरों में हीटर का प्रयोग बंद करने की अपील की. अवैध रूप से सीसीएल की बिजली से आटा चक्की, लैथ मशीन, वॉशिंग मशीन आदि चलाना बंद करने को कहा गया, लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा. कई लोग सुबह से देर रात तक अपने घर में कई हीटर का उपयोग कर रहे हैं. विद्युत अधिकारियों के अनुसार एक हीटर में पांच एयर कंडीशन के बराबर बिजली खपत होती है.

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