Jharkhand Weather News (रांची) : झारखंड के कई जिलों में शुक्रवार को सुबह से ही मूसलाधार बारिश हुई. लगातार भारी बारिश के कारण लोगों के घरों के अंदर तक पानी पहुंच गया है. राजधानी रांची में सड़कें तालाब बनी गयी है. वहीं, अपार्टमेंट के नीचे रखे वाहन पानी में डूब गये. दूसरी ओर, रामगढ़, सिल्ली, बोकारो समेत अन्य जगहों पर भी भारी बारिश हुई.
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का असर झारखंड पर भी पड़ा है. यही कारण है राज्य के कई जगहों पर मूसलाधार बारिश हुई है. शुक्रवार की रात 8.30 बजे तक राजधानी रांची में 103.6 मिलीमीटर बारिश हुई है. वहीं, जमशेदपुर में 29 मिमी और डाल्टेनगंज में 18 मिमी बारिश हुई है. मौसम विभाग ने आगामी 4 अगस्त तक रूक-रूक कर बारिश होने की संभावना जतायी है.
राजधानी रांची शहर की सड़कें लगातार बारिश से जलमग्न हो गयी. सड़क तालाब में तब्दील हो गयी. वहीं, सड़कों से होता हुआ पानी घरों में घुसने लगा. वहीं, कांके-IICM रोड स्थित प्रेमनगर पुल पर तीन फीट से अधिक ऊपर से पानी बहने से प्रेम नगर का इलाका टापू बन गया. इस इलाके के सड़कों पर पानी अधिक होने के कारण आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया.
मांडर-बेड़ो मार्ग में कंजिया के निकट कोयल नदी पर बने छलका पुल के ऊपर से पानी बहने से सुबह से आवागमन बाधित रहा. वहीं, डकरा के केडीएच का खदान पानी से डूब गया. सपही पर बने झूला पुल के ऊपर भी 20 फीट से अधिक पानी बह रहा. मूसलाधार बारिश के कारण डकरा में एक घर गिर गया. जिससे वृद्ध दंपती घायल हो गये. पिपरवार क्षेत्र में भी भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं. बारिश से बुढ़मू, अनगड़ा व बेड़ो में घर गिरने की खबर है.
लगातार बारिश के कारण सिल्ली की हर सड़क जलमग्न हो गयी है. इससे सिल्ली के कई घरों में पानी भर गया है. मेन रोड के नाले भी उफान पर रहने के कारण लोग परेशान रहे. बारिश के पानी की उचित निकासी नहीं होने के कारण नाली की पानी सड़कों पर बहते दिखी. वहीं, सिल्ली मेन रोड के कई दुकानों में पानी घुस जाने से हजारों का नुकसान हो गया. काली मंदिर के समीप लगने वाले बाजार, लाल बाग कॉलोनी, यूनियन बैंक, सिल्ली के मुख्य द्वार, सिल्ली नायक टोला, समेत अन्य जगहों पर पानी ही पानी नजर आया.
लगातार दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण रजरप्पा कोयलांचल क्षेत्र के चितरपुर, गोला, दुलमी व रजरप्पा क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं, भारी बारिश से रजरप्पा मंदिर स्थित भैरवी नदी व दामोदर नद का जलस्तर बढ़ने से उफान आ गया है. भैरवी नदी में बने छिलका पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है, जिससे यहां आवागमन बाधित हो गया है. उधर, दामोदर नद का जलस्तर बढ़ने से कई दुकानों में पानी घुस गया है.
बताया जाता है कि पतरातू डैम का फाटक खोलने का आदेश दिया गया है. जिससे दामोदर नद का जलस्तर और अधिक बढ़ने की आशंका है. मंदिर के पुजारियों ने अलर्ट जारी किया है. साथ ही लोगों से नदी के आसपास नहीं जाने की अपील की है. भारी बारिश से क्षेत्र के खेतों, नालों व कूपों में पानी में लबालब भर गया है. भैरवी जलाशय डैम में भी जलस्तर बढ़ गया है. बारिश के कारण लोग अपने-अपने घरों में ही दुबके रहे, जिससे बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा है.
खूंटी जिले में भी शुक्रवार की सुबह शुरू हुई बारिश लगातार जारी रही. देर रात तक जिले में मूसलाधार बारिश होती रही. पूरे दिन बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. शहर की गतिविधि बिल्कुल शांत रही. लोग घरों में दुबके रहे. कुछ ही लोग सड़कों पर निकलते दिखे. लगातार बारिश के कारण शहर तथा आसपास के खेत जलमग्न हो गये. वहीं, शहर में भी कई जगह जलजमाव हो गया. ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगातार बारिश के कारण कई क्षेत्र टापू में तब्दील हो गये.
शुक्रवार की शाम तक खूंटी जिले में 274 मिमी बारिश आंकी गयी थी. जिसमें खूंटी में 45 मिमी, मुरहू में 50, कर्रा में 59, तोरपा में 46, रनिया में 43 और अड़की में 31 मिमी मापी गयी थी. शुक्रवार को औसत वर्षापात 45 मिमी रही.
Also Read: Jharkhand Unlock 6: झारखंड में स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर खुलेंगे, वीकेंड लॉकडाउन में छूट, इंटरस्टेट बसें शुरूपिछले कुछ दिनों से बारिश कम होने के कारण ऊपरी खेतों में पानी कम होने लगा था. शुक्रवार को हुई बारिश के बाद सभी खेत पानी से लबालब हो गये हैं. इधर, बारिश के कारण शहर की बिजली व्यवस्था चरमरा गयी. शहर के तोरपा रोड में तार गिर जाने से शहर तथा आसपास के क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी. खबर लिखे जाने तक बिजली व्यवस्था बहाल नहीं हो सकी थी. हालांकि, बिजली विभाग के कर्मी बारिश के बावजूद बिजली मरम्मती के प्रयास में जुटे हुए थे.
Posted By : Samir Ranjan.