BOKARO NEWS : डुमरी विस : 1977 के बाद झामुमो ने नौ बार चुनाव लड़ा, आठ बार जीता
BOKARO NEWS : डुमरी विधानसभा क्षेत्र से झामुमो ने 1977 के बाद से लगातार नौ बार झामुमो ने चुनाव लड़ा है. इसमें आठ बार जीत दर्ज की.
राकेश वर्मा, बेरमो : डुमरी विधानसभा क्षेत्र झामुमो का गढ़ माना जाता रहा है. 2005, 2009, 2014 व 2019 के चुनावों में झामुमो के जगरनाथ महतो ने जीत हासिल की थी. इस सीट पर लगातार चौथी बार विधायक बनने वाले इकलौते नेता बने थे. उनके निधन के बाद 2023 में हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी बेबी देवी को जीत मिली. वैसे 1977 के बाद से इस सीट पर 1980 से लेकर 2019 तक तथा इसके बाद उप चुनाव में लगातार नौ बार झामुमो ने चुनाव लड़ा है. इसमें आठ बार जीत दर्ज की. 1977 से लेकर 2019 तक के चुनावों में तीन बार पूर्व मंत्री स्व लालचंद महतो जीते थे. वर्ष 1980 के चुनाव में झामुमो ने पहली बार इस सीट पर शिवा महतो को प्रत्याशी बनाया. उन्होंने पूर्व विधायक लालचंद महतो को करीब छह हजार के मतों के अंतर से पराजित किया था. इसके बाद पुन: झामुमो प्रत्याशी शिवा महतो ने लोकदल के प्रत्याशी लालचंद महतो को पराजित किया. 1990 के चुनाव में जनता दल के प्रत्याशी लालचंद महतो से झामुमो के शिवा महतो पराजित हो गये. लेकिन 1995 के चुनाव में पुन: शिवा महतो ने कांग्रेस के मकसूद आलम को हराया. इस चुनाव में झामुमो के शिवा महतो ने 36,498 मत प्राप्त किया था. इसके बाद वर्ष 2000 के चुनाव में पुन: शिवा महतो झामुमो के प्रत्याशी बनाये गये, लेकिन उन्हें मात्र आठ हजार मत प्राप्त हुए थे. इस चुनाव में जदयू प्रत्याशी लालचंद महतो ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद से वर्ष 2005 से लेकर 2019 तक लगातार चार बार झामुमो प्रत्याशी जगरनाथ महतो जीत दर्ज करते रहे. 2019 के चुनाव में उन्होंने रिकाॅर्ड 34,288 वोट के अंतर से जीत दर्ज की थी. जगरनाथ महतो के निधन के बाद 2023 में हुए उप चुनाव में इंडिया महागठंबधन की ओर से झामुमो प्रत्याशी बेबी देवी (दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी) ने बाजी मारी थी. 2005 के बाद से लगातार पांचवी दफा इस सीट पर झामुमो का कब्जा भी बरकरार रहा था. हालांकि एनडीए की ओर से आजसू ने अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया और यशोदा देवी को 83 हजार 75 वोट मिला था. एआइएमआइएम के मौलाना मोबिन रिजवी भी चुनावी मैदान में थे.
2019 में आजसू ने दर्ज करायी थी दमदार उपस्थिति
वर्ष 2019 के चुनाव में आजसू ने यहां अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करायी थी. आजसू प्रत्याशी यशोदा देवी दूसरे स्थान पर रही थी. उन्हें 36,840 (19.56 फीसदी) मत मिले थे. भाजपा प्रत्याशी प्रदीप साहू को 36013 (18.93 फीसदी) मत मिले थे. इस चुनाव में लगातार चौथी दफा जीत दर्ज करने वाले झामुमो प्रत्याशी जगरनाथ महतो को 71,128 (37.38 फीसदी) मत मिले थे. इसके पूर्व वर्ष 2014 के चुनाव में पूर्व मंत्री लालचंद महतो एनडीए की ओर से भाजपा के उम्मीदवार बने तथा उन्हें 45,503 मत मिले थे. लेकिन 2019 के चुनाव में आजसू व भाजपा मिलकर लड़े तथा 83 हजार मत प्राप्त किया. उप चुनाव में आजसू को 83 हजार वोट मिला था. इस बार फिर आजसू प्रत्याशी के रूप में यशोदा देवी चुनाव मैदान में हैं.
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