BOKARO NEWS: 37 साल बाद अपने स्कूल पहुंचे ज्वाइंट सेक्रेटरी, कराया नी डाउन
BOKARO NEWS: स्कूल के दोस्तों के साथ समय बिताकर पुराने दिन किये याद
BOKARO NEWS: ‘ये दौलत भी ले लो यह शोहरत भी ले लो…भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी, मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन, वो कागज की कश्ती, वो बारिश का पानी…’ यह गजल भारत के नामी गजल गायक स्व. जगजीत सिंह की गजल की वो पंक्तियां हैं, जिसमें जगजीत सिंह ने बताया कि बचपन गुजर जाने पर कभी वापस लौटकर नहीं आता. इसी बचपन के दिनों को याद करने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ लैंड रिर्सोसेस, मिनिस्ट्री ऑफ रूलर डेवलपमेंट(भारत सरकार) के ज्वाइंट सेक्रेटरी कुणाल सत्यार्थी 37 साल बाद अपने स्कूल चिन्मय विद्यालय बोकारो रविवार को पत्नी व स्कूल के दोस्तों के साथ पहुंचे. स्कूल के दोस्तों के साथ समय बिताकर पुराने दिन याद किये. क्लासरूम में दोस्तों के साथ समय गुजारा. क्लासरूम में गलती करने पर दोस्तों को स्कूल की सजा दी. कुछ दोस्तों को नी डाउन कराया. लगभग आधे घंटे क्लासरूम में बिताये.
क्लासरूम में फर्स्ट बेंच पर बैठे, एक-दूसरे की खिंचाई की :
श्री सत्यार्थी ने चिन्मय विद्यालय बोकारो से 1987 में 10वीं बोर्ड व 1989 में डीएवी-04 से 12वीं बोर्ड किया है. चिन्मय विद्यालय बोकारो पहुंचते ही श्री सत्यार्थी सबसे पहले उस क्लासरूम में पहुंचे, जहां से उन्हाेंने अक्षर ज्ञान प्राप्त किया था. श्री सत्यार्थी क्लासरूम में फर्स्ट बेंच पर बैठे. उनके साथ उनके क्लासमेंट भी बेंच पर बैठे और स्कूल के पुराने दिनों को याद किया. एक-दूसरे की खिंचाई की. किसी को क्लास में खड़े होने का दंड दिया तो किसी को नी डाउन कराया. इस दौरान श्री सत्यार्थी ने स्कूल की पूर्व प्राचार्या हेमलता विश्वास व पूर्व प्राचार्य डॉ अशोक सिंह से बात की. चिन्मय विद्यालय बोकारो के प्राचार्य सूरज शर्मा, उप प्राचार्य नरमेंद्र कुमार व स्कूल कमेटी के सचिव महेश त्रिपाठी ने श्री सत्यार्थी सहित सभी पूर्ववर्ती छात्रों के स्वस्थ व उज्ज्वल भविष्य की कामना की.चिन्मय विद्यालय-05 में एक घंटा समय बिताने के बाद पहुंचे डीएवी-04 :
चिन्मय विद्यालय बोकारो में लगभग एक घंटा समय बिताने के बाद श्री सत्यार्थी ने डीएवी-04 पहुंचें. यहां स्कूल के लेखापाल अजय ढाल ने उनका स्वागत किया. श्री ढाल ने श्री सत्यार्थी सहित अन्य को स्कूल का क्लासरूम, खेल मैदान, हॉल आदि का भ्रमण कराया. यहां श्री सत्यार्थी ने कहा : स्कूल बाद में घूमेंगे, पहले क्लास 11 डी दिखायें, जो मेरा क्लासरूम था. श्री सत्यार्थी अपना क्लासरूम देखने के लिए काफी बेचैन दिखे. जब क्लास में पहुंचें, तब उन्होंने क्लासरूम की दीवारों को काफी देर तक निहारा. इस दौरान श्री सत्यार्थी के साथ मुख्य रूप से कुमार शिल्पी, दीपक पांडे, अनूप कुमार, डॉ अमित कुमार झा, विनय कुमार, योगेश बसंल, सोनाली गुप्ता आदि मौजूद थे. श्री सत्यार्थी चिन्मय विद्यालय बोकारो व डीएवी-04 में भ्रमण के दौरान कई बाद भावुक हो गये. अपने स्कूल को देख उनकी आंखें चमक रही थीं. वह काफी खुश थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है