बोकारो. गायत्री शक्तिपीठ सेक्टर 09 में शुक्रवार को विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया. बोकारो उपजोन (बोकारो, धनबाद व गिरिडीह) के कार्यकर्ताओं के बीच शताब्दी वर्ष को लेकर कार्यक्रम रूपरेखा प्रस्तुत किया गया. शांति कुंज हरिद्वार के प्रतिनिधि त्रिलोचन साहू ने बताया कि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने 1926 में अखंड ज्योति जलायी थी. ज्योति के साक्षी में गुरुदेव ने गायत्री की सिद्धि प्राप्त कर युग निर्माण की शंख बजायी थी, उसका शताब्दी वर्ष 2026 में है. साथ ही वंदनीय माता का जन्म शताब्दी वर्ष भी है. शताब्दी वर्ष के मौके पर हर गांव, शहर व गली में ज्योति कलश यात्रा निकाली जायेगी. श्री साहू ने कहा कि युग परिवर्तन गायत्री व यज्ञ से ही होना सुनिश्चित है. इसके लिए जन-जन तक गायत्री व यज्ञ के राह पर मानव जाति को जोड़ना है. शुरुआत भारत वर्ष से हो चुकी है. श्री साहू ने कहा कि ज्योति कलश यात्रा का उद्देश्य उज्ज्वल भविष्य की सुनिश्चित संभावनाओं के मध्य लोगों के बीच फैले अंधकार को दूर करना है. पूज्य गुरुदेव ने जो किया, कहा, लिखा व बोला उस दिव्य ज्योति को जन-जन तक पहुंचाना, वर्तमान की महती आवश्यकता है . इसलिए सबको मिलकर इस दिशा में सामूहिक प्रयास करना है. इसके लिए हमें समाज के प्रत्येक वर्ग तक जाना होगा. संचालन बैजनाथ सिंह ने किया. मौके पर धनबाद से मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी विभूति शरण सिंह, गिरिडीह से कामेश्वर सिंह, मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी-बोकारो से विजय प्रसाद वर्णवाल, मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी पंचम महतो, मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी बालीडीह महेंद्र वर्णवाल, मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी-चास लखन लाल प्रजापति समेत बोकारो उपजोन समन्वयक, सभी प्रखंडों के कार्यकर्ता व अन्य मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है