Kangana Ranaut : रांची : बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के समर्थन में झारखंड के जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. उन्होंने ट्वीट कर प्रधानमंत्री को संबोधित किया है और कहा है कि मुंबई में माफियाओं और मवालियों की तूती बोल रही है. बीएमसी ने जिस तरह से कंगना रनौत का घर तोड़ा है, उससे ऐसा लगता है कि वहां संविधान की रक्षा करने वाला कोई नहीं है. विधायक सरयू राय ने प्रधानमंत्री से महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त करने की सिफारिश करने की भी मांग की है.
कंगना रणौत का घर तोड़ने के तरीक़ा से साबित हो गया है कि मुंबई में जंगल राज है.महाराष्ट्र सरकार में मवालियों और माफियाओं की तूती बोल रही है.वहां संविधान और क़ानून का शासन समाप्त हो गया है.नागरिकों के जान-माल की सुरक्षा नहीं है. @narendramodi महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो.
— Saryu Roy (@roysaryu) September 9, 2020
आपको बता दें कि कंगना रनौत के ऑफिस को अवैध निर्माण बताते हुए बीएमसी ने तोड़ दिया है. हालांकि हाईकोर्ट ने तोड़फोड़ की कार्रवाई पर बाद में रोक लगा दी है. बिहार के रहनेवाले बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से बॉलीवुड अभिनेत्री कगना रनौत काफी मुखर रही हैं और लगातार हमले कर रही हैं. कंगना के समर्थन में विधायक सरयू राय ने प्रधानमंत्री से महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त करने की सिफारिश करने की मांग की है.
बॉम्बे उच्च न्यालय द्वारा 30.9.2020 तक संपत्ति विध्वंस पर रोक लगाने के बाद भी @mybmc द्वारा @KanganaTeam का घर तोड़ना अवैध होने के साथ ही अदालत की अवमानना भी है. पी.एम @narendramodi मामले को संज्ञान में ले कर अविलंब महाराष्ट्र की तानाशाह सरकार को बर्खास्त करने की सिफारिश करे. pic.twitter.com/MYWD3tHltz
— Saryu Roy (@roysaryu) September 9, 2020
जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत का समर्थन किया है और उनके खिलाफ बीएमसी की कार्रवाई की निंदा की है. इतना ही नहीं, उन्होंने मुंबई के हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.
विधायक सरयू राय ने ट्वीट करते हुए कहा है कि देश, समाज और कला-संस्कृति को नुकसान व अपमानित करनेवालों की फिल्मों व व्यवसाय का उसी तरह नीतिगत बहिष्कार करने की जरूरत है, जैसे चीन के सामान का बहिष्कार किया जा रहा है.
Posted By : Guru Swarup Mishra