कथारा एरिया ने एक साल में रिजेक्ट कोल डिस्पैच से कमाये 140 करोड़ रुपये

कथारा एरिया ने एक साल में रिजेक्ट कोल डिस्पैच से कमाये 140 करोड़ रुपये

By Prabhat Khabar News Desk | April 4, 2024 12:37 AM

राकेश वर्मा, बेरमो. सीसीएल के कथारा एरिया का चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में कोयला उत्पादन का लक्ष्य 4.4 मिलियन टन निर्धारित है. अगर एरिया ने इस उत्पादन लक्ष्य को चालू वित्तीय वर्ष में पूरा कर लिया, तो पिछले डेढ़ दशक के बाद यह सबसे अधिक उत्पादन होगा. वित्तीय वर्ष 2008-09 से लेकर 2023-24 तक के उत्पादन आंकड़ों पर गौर करें, तो कथारा एरिया ने डेढ़ दशक के अंतराल पर अब तक का सबसे ज्यादा कोयला उत्पादन 36 लाख 62 हजार 357 टन वित्तीय वर्ष 2015-16 में किया था. वित्तीय वर्ष 2013-14 से लेकर वित्तीय वर्ष 2016-17 तक एरिया ने हमेशा सालाना 30 लाख टन से ज्यादा कोल प्रोडक्शन किया. वित्तीय वर्ष 2016-17 के बाद एरिया ने कभी भी सालाना 30 लाख टन से ज्यादा उत्पादन नहीं किया. हालांकि वित्तीय वर्ष 2023-24 में एरिया ने अपने एएपी टारगेट 27 लाख को पार करते हुए 28 लाख 61 हजार 11 टन कोयला उत्पादन किया. यानी गत वर्ष की तुलना में एरिया ने कोयला उत्पादन में कुल 23 फीसदी को पॉजिटिव ग्रोथ किया. वहीं गत वर्ष की तुलना में कोल डिस्पैच (ऑफटेक) में 57 फीसदी का ग्रोथ किया. ओबी निस्तारण में भी एरिया ने उपलब्धि हासिल की है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में कथारा एरिया अंतर्गत कथारा वाशरी में पड़े रिजेक्ट कोल की बिक्री से कंपनी ने 140 करोड़ से ज्यादा का मुनाफा अर्जित किया. प्रबंधन के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में एरिया ने कुल 2.48 लाख टन रिजेक्ट कोल का डिस्पैच किया. प्रति टन न्यनूतम 600 रुपये के हिसाब से यह कमाई की. वित्तीय वर्ष 2022-23 में रिजेक्ट डिस्पैच शून्य था. मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 4-5 साल के बाद कथारा एरिया ने इतनी बड़ी मात्रा में रिजेक्ट कोल का डिस्पैच किया. कथारा क्षेत्रीय प्रबंधन के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में एरिया ने हजारों टन स्क्रैप का डिस्पोजल कर चार करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया. 2024 के फरवरी माह तक कथारा एरिया ने गत वर्ष के अपने घाटे में 21 फीसदी की कमी की, जो एक बड़ी उपलब्धि है.

जारंगडीह ने एपीपी टारगेट से दोगुना से भी ज्यादा उत्पादन किया :

कथारा प्रक्षेत्र अंतर्गत जारगंडीह परियोजना को वित्तीय वर्ष 2023-24 में कोल प्रोडक्शन का एपीपी टारगेट 6.5 लाख टन निर्धारित था, जबकि जारंगडीह ओसीपी से 14.81 लाख टन उत्पादन किया गया. इसी प्रकार इस परियोजना का ओबी निस्तारण का लक्ष्य 23 लाख घन मीटर टन था, जबकि 30.36 लाख घन मीटर ओबी का निस्तारण किया गया. ऑफटेक का एपीपी टारगेट 6.5 की जगह 20.71 लाख टन इस परियोजना ने ऑफटेक किया.

बेहतर परफॉर्मेंस नहीं रहा कथारा कोलियरी का :

कथारा ओसीपी का वित्तीय वर्ष 2023-24 में कोयला उत्पादन का एपीपी टारगेट 8 लाख टन था, जबकि मात्र 4.2 लाख टन उत्पादन किया गया. इसी प्रकार 17 लाख घन मीटर टन ओबी निस्तारण के एपीपी टारगेट के स्थान पर 13.03 लाख घन मीटर टन ओबी निस्तारण किया गया. 8 लाख टन ऑफटेक के एपीपी टारगेट के विरुद्ध 4.52 लाख टन ऑफटेक किया गया.

ऑफटेक में पिछड़ी गोविंदपुर फेज दो परियोजना :

गोविंदपुर फेज दो ओसीपी का वित्तीय वर्ष 2023-24 में कोयला उत्पादन का एपीपी टारगेट 12.5 लाख टन था, जबकि उत्पादन 9.6 लाख टन हुआ. इसी प्रकार 24 लाख घन मीटर टन ओबी निस्तारण के एपीपी टारगेट को पार करते हुए 28.48 लाख टन ओबी निस्तारण किया गया. वहीं 12.5 लाख टन ऑफटेक के एपीपी टारगेट की जगह मात्र 4.63 लाख टन ऑफटेक किया गया.

सीएसआर मद में खर्च किये 110.28 लाख रुपये :

वित्तीय वर्ष 2023-24 में सीसीएल कथारा एरिया ने सीएसआर मद में कुल 110.28 लाख रुपये खर्च किये. एरिया की आठ किमी परिधि में आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा अन्य की जनोपयोगी मद में सीएसआर की राशि खर्च की गयी. खासकर डीप बोरिंग, कुआं निर्माण के अलावा पांच स्कूलों में टॉयलेट निर्माण, दो स्थानों पर लाइब्रेरी, दो शेड और दो सेनेटरी मशीन इंस्टॉल कराये गये.

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