Kaun Banega Crorepati: त्रिशूल सिंह चौधरी ने जीते 25 लाख, अमिताभ बच्चन के 13 सवालों के दिए सही जवाब
Kaun Banega Crorepati: केबीसी-16 में बोकारो के त्रिशूल सिंह चौधरी ने कमाल कर दिया. उन्होंने 25 लाख रुपए जीते. पत्नी ज्योति सिंह चौधरी के साथ वे केबीसी की शूटिंग के लिए मुंबई गए थे. बीएसएल कर्मी एसके चौधरी के पुत्र त्रिशूल सिंह चौधरी ने 13 सवालों के सही जवाब दिए.
Kaun Banega Crorepati: बोकारो-कौन बनेगा करोड़पति सीजन-16 में सोमवार की रात नौ बजे प्रसारित एपिसोड में बोकारो के त्रिशूल सिंह चौधरी नजर आए. सॉफ्टवेयर इंजीनियर त्रिशूल ने हॉट सीट पर अमिताभ बच्चन के मुश्किल से मुश्किल सवालों के जवाब दिए. 16 में से 13 सवालों के सही जवाब देकर 25 लाख रुपये जीते. 50 लाख के सवाल पर आकर वह अटक गये. सवाल था-कौन-से डॉक्यूमेंट को पूरी दुनिया में सबसे अधिक भाषा में ट्रांसलेट किया गया है? इसका जवाब त्रिशूल नहीं दे पाये और उन्हें गेम क्विट करना पड़ा. इस सवाल के पहले हीं त्रिशूल अपनी सभी लाइफलाइन उपयोग कर चुके थे. हालांकि, जब बिग बी ने पूछा अगर जवाब देना होता, तो क्या देते…इस पर त्रिशूल ने कहा कि ह्यूमन रिसोर्स. तब उन्होंने उन्हें बताया कि यह सही जवाब था. बिग बी ने उनके जीते 25 लाख रुपये खाते में ट्रांसफर कर दिए.
त्रिशूल ने पिता सुभाष सिंह चौधरी को किया कॉल
26 मई को त्रिशूल ने पहला ऑडिशन दिया था. 14 अगस्त को मुंबई में दूसरा ऑडिशन हुआ था. इससे पहले फोन पर पूछे गये सभी सवालों के जवाब दिये. सेलेक्शन होने के बाद वह केबीसी की हॉट सीट तक पहुंचे. 20 अगस्त को एपिसोड की शूटिंग हुई. त्रिशूल ने सवालों के लिए अपनी लाइफलाइन का भी इस्तेमाल किया. फोन-ए-फ्रेंड में त्रिशूल ने पिता सुभाष सिंह चौधरी को कॉल किया था, उस समय वह बीएसएल में ए शिफ्ट ड्यूटी पर थे. हालांकि वह सवाल का सही जवाब नहीं दे पाये थे. गेम शो के दौरान त्रिशूल पत्नी ज्योति सिंह चौधरी को सहयोगी के रूप में लेकर सेट पर गये थे.
भाइयों के एजुकेशन लोन व घर बनाने में उपयोग होगी जीती गयी राशि
त्रिशूल ने अमिताभ बच्चन को बताया कि जीते गये 25 लाख रुपये से वह अपने भाइयों के एजुकेशन लोन को सेटल करवायेंगे. बोकारो में घर बनवायेंगे. केबीसी की तैयारी में त्रिशूल के दोनों भाइयों त्रिदेव सिंह चौधरी और त्रिलोक सिंह चौधरी सहित पत्नी ज्योति सिंह चौधरी ने सहयोग किया. पिता श्री सुभाष ने बताया कि त्रिशूल बचपन से हीं मेधावी छात्र रहा है.
अमिताभ बच्चन को साक्षात देखना व सुनना सपने जैसा
त्रिशूल व उनकी पत्नी ज्योति सिंह चौधरी ने सोमवार को कहा कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को साक्षात देखना व सुनना सपना जैसा था, जो केबीसी के कारण पूरा हुआ. इन्होंने इसका श्रेय माता-पिता के आशीर्वाद व परिजनों के सहयोग को दिया. केबीसी का एपिसोड पूरे परिवार ने साथ टीवी पर बैठकर देखा. पिता की आंखें खुशी से चमक रही थी.
मूलत: पिंड्राजोरा थाना के पुंडरू गांव के रहने वाले हैं त्रिशूल
त्रिशूल ने 10वीं 12वीं बोर्ड सेक्टर वन स्थित सेंट जेवियर स्कूल से किया है. मूलत: पिंड्राजोरा थाना के पुंडरू गांव के रहने वाले हैं. वर्तमान में एग्जीक्यूटिव हॉस्टल सेक्टर 05 डी में रहते हैं. त्रिशूल के पिता सुभाष सिंह चौधरी बीएसएल के सीआरएम 01 एंड 02 में सीनियर टेक्नीशियन कम सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत है. मां कल्पना देवी गृहणी है. पत्नी ज्योति सिंह चौधरी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रही है. त्रिशूल का छोटा भाई त्रिदेव सिंह चौधरी आइआईएम त्रिची से एमबीए कर रहा है वहीं, त्रिलोक सिंह चौधरी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है.
चारों तरफ हो रही चर्चा
बोकारो जिले में चारों तरफ त्रिशूल की चर्चा हो रही है. त्रिशूल की सफलता पर गांव पुंडरू व सेक्टर पांच डी में हर्ष का माहौल है. गांव में ग्रामीणों व शहर में पड़ोसियों ने खुशी मनाया. बोकारो स्टील प्लांट में पिता सुभाष सिंह चौधरी को सहकर्मियों ने बधाई दी.
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