खैराचातर : आनंदमार्ग आवासीय स्कूल के छात्रावास से भागे दो बच्चे

खैराचातर : आनंदमार्ग आवासीय स्कूल के छात्रावास से भागे दो बच्चे – प्राचार्य पर मारपीट करने व समय पर खाना नहीं देने का लगाया आरोप- पंचायत प्रतिनिधियों ने बच्चे के पिता को सुपुर्द कियाप्रतिनिधि4कसमारकसमार प्रखंड के खैराचातर स्थित आनंदमार्ग आवासीय उच्च विद्यालय के छात्रावास से बुधवार की शाम को दो छोटे-छोटे बच्चे (छात्र) दीवार फांद […]

By Prabhat Khabar News Desk | April 3, 2020 1:10 AM

खैराचातर : आनंदमार्ग आवासीय स्कूल के छात्रावास से भागे दो बच्चे – प्राचार्य पर मारपीट करने व समय पर खाना नहीं देने का लगाया आरोप- पंचायत प्रतिनिधियों ने बच्चे के पिता को सुपुर्द कियाप्रतिनिधि4कसमारकसमार प्रखंड के खैराचातर स्थित आनंदमार्ग आवासीय उच्च विद्यालय के छात्रावास से बुधवार की शाम को दो छोटे-छोटे बच्चे (छात्र) दीवार फांद कर भाग गये. विद्यालय से करीब एक किलोमीटर दूर बगदा गांव के ग्रामीणों ने पीठ पर स्कूली बस्ता लेकर भाग रहे दोनों अनजान बच्चों से पूछताछ की. इस दौरान शाम के अंधेरे का लाभ उठाकर एक बच्चा वहां से भागने में सफल रहा. जबकि, वार्ड सदस्य व ग्रामीणों की पकड़ में आये एक बच्चे (उम्र 8 वर्ष) ने रोते हुए अपनी आप बीती सुनायी.

कक्षा दो के छात्र ने बताया : वह पतरातू (रामगढ़) निवासी है. हॉस्टल में अन्य कई बच्चों के साथ वह रहता है. उसके अनुसार : विद्यालय के प्राचार्य की मारपीट व समय पर भोजन नहीं देने से तंग आकर वह एक अन्य बच्चे के साथ भाग खड़ा हुआ. ग्रामीणों ने इसकी सूचना कसमार पुलिस एवं स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों को दी. साथ ही, बच्चे के पिता को भी अवगत कराया गया. उन्होंने लॉकडाउन के चलते रात में आने में असमर्थता जताते हुए बच्चे को सुरक्षित रखने का आग्रह किया. पुलिस के दिशा-निर्देश पर ग्रामीणों ने उसे रात को अपने पास रखा.

गुरुवार को उसके पिता के आने के बाद पंचायत सचिवालय में विद्यालय प्रबंधन, ग्रामीणों व पंसस जीवन जगरनाथ समेत अन्य पंचायत प्रतिनिधियों की उपस्थिति में लिखित कार्रवाई के बाद बच्चे को उसके पिता को सुपुर्द कर दिया गया. इसमें इस बात का उल्लेख है कि मार पड़ने के कारण बच्चा स्कूल कैंपस से भाग गया था. इधर, एक अन्य बच्चा (11 वर्ष) इसी प्रखंड के मुंगो बगदा गांव निवासी अपने नाना के यहां भाग कर पहुंच गया. वह नावाडीह प्रखंड के पलामू का रहने वाला है. उसके परिजन ने बताया कि बच्चे से काम कराया जाता था. काम नहीं करने पर मारपीट की जाती थी. खाना में सिर्फ दो रोटी मिलती थी. इसी कारण वह भागकर आ गया है. इधर, स्कूल प्रबंधन ने मारपीट की घटना से इनकार किया है.

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