ईश्वर की प्राप्ति का सुगम साधन है कीर्तन : आचार्य
बाबा नाम केवलम के साथ 72 घंटे का अखंड कीर्तन शुरू
बोकारो. आनंद मार्ग प्रचारक संघ की ओर से सात, आठ व नौ जून को आनंद नगर में तीन दिवसीय विश्वस्तरीय धर्म महासम्मेलन होगा. इसके पूर्व गुरुवार को बाबा नाम केवलम के साथ 72 घंटे का अखंड कीर्तन शुरू हुआ. आनंद मार्ग प्रचारक संघ के आचार्य सवितानंद अवधूत ने आध्यात्मिक उद्बोधन में कहा कि ईश्वर की प्राप्ति के सुगम साधन कीर्तन है. कीर्तन, भक्ति और ध्यान का अद्वितीय माध्यम है, जिसके माध्यम से एक व्यक्ति ईश्वर के साथ गहरा संवाद स्थापित कर सकता है. उन्होंने बताया कि कीर्तन की शक्ति व्यक्ति को अविरल ध्यान, स्थिरता और आनंद की अनुभूति देती है. यह एक अद्वितीय विधि है जो हमें मन, शरीर और आत्मा के संगम के अनुभव को आदर्श दर्शाती है. उन्होंने बताया कि महासम्मेलन में तीनों दिन हजारों साधक-साधिकाओं को आध्यात्मिक प्रवचन देंगे. साथ ही कई कार्यक्रम होगा.
मूर्ति विसर्जन के साथ ज्येष्ठ काली पूजा संपन्न
तलगड़िया.
चंदाहा पंचायत के बुढ़िबिनोर गांव में तीन दिवसीय श्री श्री सार्वजनिक ज्येष्ठ माह काली पूजा मूर्ति विसर्जन के साथ गुरुवार को संपन्न हो गया. श्रद्धालुओं ने मंगलवार को संजोत किया. बुधवार को निर्जला उपवास कर दंडवत मंदिर पहुंचे. पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि व शांति की कामना किया. मंदिर पुजारी ने श्रदालुओं को संकल्प कर पूजा अर्चना कराया. रात्रि में बकरे की बलि दी गयी. श्रदालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया. गुरुवार को बाजे-गाजे के साथ तालाब में मूर्ति का विसर्जन किया गया. मां के भासालि भासालि मांझ दरिआय, आसच्छे बच्छर आरो होबे गीत व नृत्य ढाक के ताल पर नाचते गाते मंदिर पहुंचे. प्रसाद का वितरण किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है