फुसरो. नया साल के जश्न में बेरमो कोयलांचल डूब गया है. मंगलवार की रात 12 बजते ही लोगों ने केक काट कर व पटाखे फोड़ कर खुशी मनायी. एक-दूसरे को बधाई दी. सोशल मीडिया के माध्यम से भी बधाई देने का सिलसिला चलता रहा. क्लबों, चौक-चौराहाें व होटलोंं में खाने-पीने का दौर चला. इधर, सीसीएल, डीवीसी, आइइएल, टीटीपीएस आदि प्रतिष्ठानों में भी नये साल को लेकर कार्यालय भवनों को सजाया गया. पिकनिक स्थलों में बुधवार को लोग परिवार व दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने जुटेंगे. मंगलवार को भी कई जगह लोग पिकनिक मनाते दिखे. इधर, पिकनिक को लेकर बुधवार को मीट, मुर्गा व मछली की जमकर बिक्री होगी. दुकानों में स्टॉक बढ़ा दिया गया है.
बेरमो के इन पिकनिक स्थलों पर आज उमड़ेगी भीड़
बेरमो. बेरमों में दर्जनों चर्चित व प्रसिद्ध पिकनिक स्थल हैं. प्रकृति की नेमत से भरे इन स्थलों पर बुधवार को नववर्ष के पहले दिन काफी लोग पिकनिक मनाने पहुंचेंगे. इसमें तेनुघाट स्थित तेनुघाट डैम, दामोदर नदी के किनारे हथिया पत्थर, अंगवाली स्थित खांजो नदी का किनारा, अमलो स्थित बगलता, चंद्रपुरा थर्मल पावर प्लांट का रिजरवॉयर, जरीडीह बाजार स्थित दामोदर नदी का तट, जारंगडीह स्थित बनासो मंदिर का तट, खासमहल डैम, कुरपनिया स्थित भैरव मंदिर तट, भंडारीदह स्थित इंद्रकुआ व दामोदर नदी का किनारा, खेतको स्थित दामोदर नदी तट, बोकारो थर्मल व कथारा स्थित कोनार नदी तट, लोहा पुल व चिलका पुल का तट, ललपनिया स्थित लुगुबुरु घंटाबारी व छरछरिया नाला, कोनार डैम, धवैया स्थित भुकभुकिया नाला, खैराचार स्थित मृग खोह झरना तट, कसमार का रामलखन टुंगरी, राजाबेड़ा का नदी तट, डीवीसी चंद्रपुरा स्थित बिअर (बांध), माटीगाढ़ा आदि शामिल हैं.
बेरमो कोयला क्षेत्र को नये साल से हैं कई उम्मीदें
बेरमो. नया साल 2025 बेरमो कोयला क्षेत्र को कई नयी उम्मीदें लेकर आयेगा. सीसीएल की कई माइंसों का विस्तारीकरण के बाद कोयला उत्पादन बढ़ेगा. कुछ नयी माइंस के भी खुलने की पूरी संभावना है. बीएंडके एरिया में डीआरएंडआरडी, ढोरी एरिया में पिछरी व अंगवाली परियोजना व डीवीसी बेरमो माइंस के चालू होने की उम्मीद है. ढोरी एरिया की एसडीओसीएम एवं अमलो, बीएंडके एरिया की कारो व एकेके और कथारा एरिया की जारंगडीह व स्वांग गोविंदपुर परियोजना का विस्तारीकरण होगा. बीएंडके एरिया अंतर्गत एकेके में 400 करोड़ रुपये और कारो ओसीपी में 400 करोड़ रुपये की लागत से सीएचपी का निर्माण कार्य चल रहा है. नये वर्ष में दोनों सीएचपी बन कर तैयार हाे जायेंगे. कथारा एरिया में सालाना तीन मिलियन टन क्षमता वाली नयी कोल वाशरी का निर्माण भी होना है. दुगदा में बंद दुगदा कोल वाशरी भी चालू होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है