कसमार. बोकारो जिला कुड़मालि भाखिचारि आखड़ा (केबीसीए) के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को बोकारो उपायुक्त व जिला शिक्षा अधीक्षक से भेंट की. प्रतिनिधिमंडल ने एक ज्ञापन सौंपा. कुड़मालि भाषा के साहित्यकार व शोधकर्ता महादेव डुंगरिआर ने बताया बोकारो जिले के कई क्षेत्रों की खास आबादी की मातृभाषा कुड़मालि है. लेकिन संबंधित विद्यालयों के कुछ प्राध्यापकों द्वारा मनमानी करते हुए कुड़मालि को दरकिनार कर अन्य क्षेत्रीय भाषा का चयन कर दिया गया है, जो सीधे तौर पर कुड़मालि भाषी छात्र-छात्राओं को कुड़मालि भाषा में पढ़ाई से वंचित करने एवं कुड़मालि भाषा संस्कृति को मिटाकर नष्ट करने की साजिश रची जा रही है. कहा कि कुछ ख़ास वर्ग के लोग कुड़मालि आंदोलन को तोड़ने के उद्देश्य से अभिभावकों को गुमराह कर कुड़मालि भाषा से विमुख करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन केबीसीए उनकी मंशा को कभी सफल नहीं होने देगी. प्रतिनिधिमंडल में अधिवक्ता लालटूचरण महतो, शिवनाथ महतो, सुभाष चंद्र महतो, प्रवीण कुमार महतो, मिथलेश कुमार महतो, गणपति महतो, अशोक कुमार महतो, आलोक कुमार आदि मौजूद थे.
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