Loading election data...

Lakhimpur Kheri Violence:केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी को लेकर झारखंड कांग्रेस का मौन व्रत

उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी एवं हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर झारखंड कांग्रेस के नेताओं ने रांची के राजभवन के समक्ष मौन व्रत रखा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2021 1:40 PM
an image

Jharkhand News, रांची न्यूज : केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने और यूपी के लखीमपुर खीरी हिंसा के दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर झारखंड कांग्रेस की ओर से सोमवार को राजभवन के समक्ष मौन व्रत रखा. इस मौन व्रत का आयोजन झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में किया गया. इस मौके पर झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख समेत अन्य नेता मौजूद थे.

यूपी के लखीमपुर खीरी हिंसा के खिलाफ झारखंड कांग्रेस के नेताओं ने आज सोमवार को रांची के राजभवन के समक्ष मौन व्रत रखा. इस दौरान उनके हाथों में पोस्टर्स थे. जिसमें किसानों का दमन करना बंद करो. किसानों पर जुल्म करना बंद करो समेत कई तरह के स्लोगन लिखे थे.

Also Read: झारखंड में हुए सड़क हादसे में चाचा-भतीजा की मौत, ड्राइवर फरार, दुर्गा पूजा पर जा रहे थे बिहार

झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी एवं हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रांची के राजभवन के समक्ष मौन व्रत रखा गया.


Also Read: International Day Of The Girl Child 2021: नेशनल आर्चरी चैंपियन झारखंड की दीप्ति कुमारी को कितना जानते हैं आप

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया में तीन अक्टूबर को हिंसा हुई थी. उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में यह लिखा गया है कि 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में किसानों समेत 8 लोगों की मृत्यु हो गयी थी. वह पूरी तरह पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा थी, जिसे अजय मिश्रा एवं आशीष मिश्रा द्वारा अंजाम दिया गया था. तिकुनिया पुलिस थाने में इंस्पेक्टर जगजीत द्वारा दर्ज की गई इस एफआईआर में स्पष्ट है कि आशीष 15-20 हथियारबंद लोगों के साथ तीन गाड़ियों के काफिले में वहां मौजूद थे.

Posted By : Guru Swarup Mishra

Exit mobile version