गुरु के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती : स्वामिनी संयुक्तानंद
गुरु पूर्णिमा पर चिन्मय मिशन में आयोजित की गयी पादुका पूजा, भगवद्गीता के पांचवें अध्याय के श्लोकों का पाठ किया गया
बोकारो. गुरु पूर्णिमा पर चिन्मय मिशन के संस्थापक स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती की पादुका पूजा की गयी. चिन्मय मिशन बोकारो की आवासीय आचार्या स्वामिनी संयुक्तानंद ने पूजा-अर्चना की. गुरुदेव स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के 108 नामों का मंत्रोचारण किया गया. स्वामिनी बन्ना गुप्ता ने गुरु पूर्णिमा पर पूजा के महत्व को विस्तारपूर्वक बताया. कहा कि गुरु के बिना जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती है. जीवन के प्रथम दिन से लेकर आखरी समय तक गुरु विभिन्न रूपों में हमारे जीवन मे आते है. स्वामिनी ने कहा कि गुरु वो प्रकाश तत्व है, जो हमारे जीवन के अज्ञानता के अंधकार को दूर कर देते हैं. वे हमारे जीवन मे ज्ञान प्रदान कर सफलता का रस भर देते हैं. हमें अपने गुरु के प्रति श्रद्धा, सम्मान व आदर भाव रखना चाहिए. मौके पर भगवद्गीता के पांचवें अध्याय के श्लोकों का पाठ किया गया. चिन्मय मिशन के सचिव हरिहर राउत, विद्यालय सचिव महेश त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष आरएन मल्लिक, प्राचार्य सूरज शर्मा, उप प्राचार्य नरमेंद्र कुमार, पूर्व प्राचार्य अशोक झा सहित मिशन व स्कूल के सदस्य उपस्थित थे. आर्ट ऑफ लिविंग बोकारो चैप्टर सेक्टर वन सी में कार्यक्रम बोकारो. आर्ट ऑफ लिविंग बोकारो चेप्टर की ओर से सेंटर सेक्टर वन सी में गुरु पूर्णिमा पर पूजा अर्चना की गयी. सेंटर को-ऑर्डिनेटर सह शिक्षक दीपक कुमार महतो ने मंत्र उच्चारण संग गुरु पूजा की. श्री महतो ने ज्ञान, ध्यान व सत्संग कराया. प्रवक्ता संजय सोनी ने कहा कि आज के युवा व बच्चे गुरु पूर्णिमा के महत्व के बारे में नहीं जानते हैं. उन्हें भी गुरु पूर्णिमा से जुड़ी हुई बातें जाननी चाहिए. सियाराम शरण व अभय दुबे ने भजन प्रस्तुत किया. मौके पर शिक्षक सुनील कुमार, बीपी कुशवाहा, परमानंद, राजू तिवारी, संजय कुमार, डॉ रामनारायण प्रसाद, रामकुमार आदि मौजूद थे.
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