जरीडीह बाजार में भगवान महावीर की जयंती मनी
जरीडीह बाजार में भगवान महावीर की जयंती मनी
गांधीनगर. जरीडीह बाजार स्थित जैन मंदिर में भगवान महावीर की 2623वीं जयंती मनायी गयी. इस अवसर पर चांदी की पालकी के साथ शोभायात्रा निकाली गयी. बैंक मोड़, ऊपर बाजार, झंडा चौक आदि क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए शोभायात्रा पुन: मंदिर पहुंची. शोभा यात्रा में शामिल लोग एक चवन्नी चांदी की जय बोलो महावीर स्वामी की, भगवान महावीर की जय आदि नारे लगा रहे थे. मंदिर पहुंचने के बाद भगवान का अभिषेक और पूजा की गयी. मौके पर गिरीश भाई कोठारी, सुबोध भाई मेहता, परेश कोठारी, हरमेश मेहता, संजय बोरा, महेश बोरा, हितेश कोठारी, धीरेंद्र भाई रामानी आदि उपस्थित थे. गिरीश भाई कोठारी ने कहा कि धर्म और धार्मिक तपस्वियों के लिए महावीर जयंती एक आध्यात्मिक अवसर है. भगवान महावीर ने अहिंसा का पाठ सिखाया. अवध बिहारी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, जरीडीह बाजार में भगवान महावीर जयंती मनायी गयी. सचिव अनिल अग्रवाल व प्रधानाचार्य अजय पाठक ने भगवान महावीर के चित्र के सामने दीप प्रज्ज्वलित और पुष्पार्चन किया. प्रधानाचार्य अजय पाठक ने कहा कि भगवान महावीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे. 30 वर्ष की आयु में संसार से विरक्त होकर उन्होंने राज वैभव त्याग दिया था और संन्यास धारण कर आत्मकल्याण के पथ पर निकल गये थे. श्री अग्रवाल ने कहा कि भगवान महावीर के उपदेश हर काल में प्रासंगिक हैं. मौके पर सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.