Jharkhand News: रसोई गैस हादसे में पत्नी व पुत्री की मौत के छह माह बाद भी दिव्यांग वासुदेव को नहीं मिला मुआवजा
Jharkhand News: दिव्यांग वासुदेव साव को बीपीएल कोटा से रसोई गैस मिली थी, लेकिन उसे क्या पता था कि वह रसोई गैस पत्नी व पुत्री के लिए जानलेवा साबित होगी.
Jharkhand News: झारखंड के बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत महुआटांड़ थाना क्षेत्र के गांगपुर निवासी निःशक्त वासुदेव साव को रसोई गैस हादसा (LPG accident) में पत्नी व पुत्री को खोने के छह माह बाद भी मुआवजा की राशि नहीं मिली है. स्वयं दिव्यांग श्री साव दिहाड़ी मजदूरी कर किसी तरह गुजर-बसर तो कर ले रहे हैं, लेकिन इस हादसे ने उनकी कमर तोड़ दी है. एक बिटिया चलने-फिरने में असमर्थ हो गयी है. वे उसका इलाज भी नहीं करा पा रहे हैं. उन्होंने बोकारो के उपायुक्त से मुआवजे की राशि दिलाने की मांग की है. इस संबंध में गोमिया के विधायक डॉ लंबोदर महतो से को भी उन्होंने आवेदन दिया है.
झारखंड के बोकारो जिले के दिव्यांग वासुदेव साव को बीपीएल कोटा से रसोई गैस (LPG accident insurance) मिली थी. परिवार बेहद खुश था कि अब भोजन बनाने में कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन उसे क्या पता था कि वह रसोई गैस पत्नी व पुत्री के लिए जानलेवा साबित होगी. रसोई गैस हादसे से उसके परिवार पर दुखों पर पहाड़ टूट पड़ा. मिली जानकारी के अनुसार 12 मई 2021 को अनिता देवी (36 वर्ष) रात्रि में खाना बनाने के लिए रसोई घर में गयी. जैसे ही गैस जलाया तो आग की चपेट में आ गयी. मां को बचाने आयी पुत्री राधिका कुमारी (7 वर्ष) व दीपिका कुमारी (6 वर्ष) भी आग से झुलस गयी.
इस हादसे में पुत्री राधिका की मौत हो गयी. एक सप्ताह के बाद मां अनिता देवी की रिम्स में इलाज के दौरान 20 मई की मौत हो गयी. दीपिका कुमारी भी इस हादसे में आग से झुलस गयी थी. वह चलने-फिरने में असमर्थ है. गरीबी के कारण वासुदेव उसका इलाज कराने में असमर्थ हैं. इस बाबत वासुदेव ने उपायुक्त व विधायक से मुआवजा (LPG accident claim) व इलाज के लिए मदद की गुहार लगायी है. एक तो दिव्यांग और ऊपर से आर्थिक स्थिति खराब. वासुदेव साव के लिए परिवार का पालन-पोषण मुश्किल हो रहा है. उसने मदद की गुहार लगायी है.
रिपोर्ट : नागेश्वर