Bokaro News : भाकपा माले की कसमार एवं जरीडीह प्रखंड कमेटी की संयुक्त बैठक रविवार को कसमार प्रखंड के कोतोगाड़ा में हुई. अध्यक्षता कसमार प्रखंड सचिव गंगाधर महतो ने की. बैठक में माले की राज्य स्थायी कमेटी के सदस्य भुवनेश्वर केवट मुख्य रूप से मौजूद थे. बैठक में कसमार प्रखंड में व्याप्त बैंकिग समस्याओं और बैंकों में व्याप्त अव्यवस्था पर विशेष चर्चा हुई. वक्ताओं ने कहा : कसमार प्रखंड के बैंकों का काफी बुरा हाल है तथा खाताधारकों को लेनदेन में बदतर हालात से गुजरना पड़ता है. श्री केवट ने कहा कि बैंकों की बदहाली के लिए बैंक अधिकारियों के साथ-साथ केंद्र सरकार भी जिम्मेदार है. आम जनता का बैंकों में जमा पैसा पूंजीपतियों को दे दिया गया है. बैंकों के पास पैसे नहीं है. इसलिए केवाइसी के नाम पर बैंकों में ड्रामेबाजी चल रही है. बैंक की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जायेगा. संचालन करते हुए जरीडीह प्रखंड सचिव अभिविलास जायसवाल ने कहा कि बैंक ऑफ इंडिया की खैराचातर शाखा में 55000 खाता धारक हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है. एक छोटे से परिसर में महिला, पुरुष, बुजुर्ग, दिव्यांग सभी को बदतर हालत से गुजर कर अपना काम कराना पड़ता है. गंगाधर माता ने कहा कि इस बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों को खाताधारकों की परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है. वे अपनी मनमानी करते हैं. अगर सुधार नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा. बैठक में चार अक्तूबर को बैंक ऑफ इंडिया की खैराचातर शाखा परिसर के समक्ष पार्टी द्वारा बैंक में व्याप्त अव्यवस्था के खिलाफ धरना व प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया. बैठक में जब्बार अंसारी, नित्यानंद महतो, गोविंद गंझू, सुरेश गंझू, छुटुराम महतो, लखीराम महतो, मंगला मुंडा, मदन गंझू, हरिहर महतो, मुरली महतो, विलासी देवी, कुंती देवी, अंजना देवी, लीलमनी देवी, रानी देवी, चरकी देवी आदि मौजूद थे. Bokaro News : भाकपा माले की कसमार एवं जरीडीह प्रखंड कमेटी की संयुक्त बैठक रविवार को कसमार प्रखंड के कोतोगाड़ा में हुई. अध्यक्षता कसमार प्रखंड सचिव गंगाधर महतो ने की. बैठक में माले की राज्य स्थायी कमेटी के सदस्य भुवनेश्वर केवट मुख्य रूप से मौजूद थे. बैठक में कसमार प्रखंड में व्याप्त बैंकिग समस्याओं और बैंकों में व्याप्त अव्यवस्था पर विशेष चर्चा हुई. वक्ताओं ने कहा : कसमार प्रखंड के बैंकों का काफी बुरा हाल है तथा खाताधारकों को लेनदेन में बदतर हालात से गुजरना पड़ता है. श्री केवट ने कहा कि बैंकों की बदहाली के लिए बैंक अधिकारियों के साथ-साथ केंद्र सरकार भी जिम्मेदार है. आम जनता का बैंकों में जमा पैसा पूंजीपतियों को दे दिया गया है. बैंकों के पास पैसे नहीं है. इसलिए केवाइसी के नाम पर बैंकों में ड्रामेबाजी चल रही है. बैंक की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जायेगा. संचालन करते हुए जरीडीह प्रखंड सचिव अभिविलास जायसवाल ने कहा कि बैंक ऑफ इंडिया की खैराचातर शाखा में 55000 खाता धारक हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है. एक छोटे से परिसर में महिला, पुरुष, बुजुर्ग, दिव्यांग सभी को बदतर हालत से गुजर कर अपना काम कराना पड़ता है. गंगाधर माता ने कहा कि इस बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों को खाताधारकों की परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है. वे अपनी मनमानी करते हैं. अगर सुधार नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा. बैठक में चार अक्तूबर को बैंक ऑफ इंडिया की खैराचातर शाखा परिसर के समक्ष पार्टी द्वारा बैंक में व्याप्त अव्यवस्था के खिलाफ धरना व प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया. बैठक में जब्बार अंसारी, नित्यानंद महतो, गोविंद गंझू, सुरेश गंझू, छुटुराम महतो, लखीराम महतो, मंगला मुंडा, मदन गंझू, हरिहर महतो, मुरली महतो, विलासी देवी, कुंती देवी, अंजना देवी, लीलमनी देवी, रानी देवी, चरकी देवी आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है