बोकारो. 11 जुलाई को नौ सूत्री मांग सह हड़ताल का नोटिस दिए जाने के बाद नन एनजेसीएस की ओर से सातवें दिन सोमवार को भी जनजागरण कार्यक्रम किया गया. इस दौरान बीएसएल प्लांट स्ट्रिप मिल के कैंटीन रेस्ट रूम में मजदूरों से संवाद किया गया. मुख्य वक्ता जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री सह नन एनजेसीएस के संयोजक बीके चौधरी ने कहा कि बीएसएल प्रबंधन को प्लांट और मजदूर हित में समय रहते सकारात्मक पहल करनी चाहिए. अब प्रबंधन को सोचना है कि समस्याओं का समाधान करें या सफल हड़ताल का सामना. संवाद में हाॅट स्ट्रिप मिल, आरजीबीएस, फेरो स्क्रेप निगम लिमिटेड व एचआरसीएफ के मजदूरों ने भाग लिया. साथ ही मेडिकल जांच के माध्यम से काम से निकाले जा रहे व अन्य मांगों को लेकर आक्रोश प्रर्दशन किया गया. मौके पर संयुक्त महामंत्री एनके सिंह, एसके सिंह, अनिल कुमार, आइ अहमद, विजय कुमार साह, बालेश्वर राय, घनश्याम गोप, राधेश्याम गोप, जेएल चौधरी, राजेंद्र प्रसाद, बादल कोइरी, शशिकांत, कुमार ऋषिराज, सुबास बाउरी, नासिर अहमद, मनोज कुमार सिंह आदि मौजूद थे.
ठेका मजदूरों को मिले उचित सुविधाएं : बीडी प्रसाद
बोकारो. इस्पात मजदूर मोर्चा (सीटू) की ओर से सोमवार को मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय (यातायात) रेल भवन के सामने ठेका मजदूरों की सभा की गयी. अध्यक्षता ठेका मजदूर मोतीलाल मांझी ने की. यूनियन के संयुक्त महामंत्री बीडी प्रसाद ने कहा कि मजदूर अच्छी मजदूरी, भत्ता और सुविधा प्राप्त करने के हकदार हैं. आज 20 हजार से भी ज्यादा ठेका मजदूर बोकारो स्टील प्लांट में काम कर रहे हैं, जो बीएसएल मजदूरों और पदाधिकारियों की कुल संख्या से लगभग दुगनी है. प्लांट का कुल उत्पादन और मुनाफा कमाने में ठेका मजदूरों का योगदान दो तिहाई के बराबर है. सेल बोकारो स्टील प्लांट की चमक -दमक ठेका मजदूरों की कमाई पर हीं निर्भर है. बावजूद प्रबंधन ठेका मजदूरों को प्लांट से बाहर निकालने में लगी हुई है. जबकि ये मजदूर अच्छी मजदूरी, भत्ता और सुविधा प्राप्त करने के हकदार है. कहा कि सभी ठेका मजदूरों ने 11 जुलाई की हड़ताल को सफल बनाने के लिए मन बना लिया है. सभा को संगठन सचिव आरके गोरांई, महेश प्रसाद सिंह, मुनीलाल मांझी, सुरेश साव ने भी संबोधित किया.
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