Jharkhand News: बोकारो जिला अंतर्गत कुर्मीडीह में आठ दिन से गायब युवक का शव मिलने के बाद से क्षेत्र का माहौल गर्म है. मृतक की हत्या करने व अंग तस्करी किये जाने का मामला सामने के बाद से कुर्मीडीह के लोग भयभीत हैं. इस बीच क्षेत्र से लापता लोगों को लेकर भी कई तरह की बातें की जा रही हैं. लोगों में गुस्सा है कि मृतक की मां द्वारा आवेदन के बाद भी पुलिस सुस्त क्यों पड़ी रही. इस बीच प्रभात खबर ने उन परिवारों की सुध ली जिनके घर से लोग कुछ समय से लापता है.
आठ महीने पहले विजयवाड़ा गया मंगल साव का अब तक नहीं चला पता
कुर्मीडीह काली मंदिर के पीछे रहने वाला 35 वर्षीय मंगल साव आठ माह पहले काम करने विजयवाड़ा गया था. उसके लौटने की आस में घरवाले दिन गिन रहे हैं. बताया जाता है कि मंगल अपने पड़ोसी के नाती मुन्ना कुमार के कहने पर जनवरी में गया था. उसकी पत्नी कविता ने बताया कि होली से पहले पति ने एक साथी के फोन से बताया कि ठेकेदार ने उसे बंगलुरु भेज दिया गया है. तब से उससे बात नहीं हुई. कहा कि बालीडीह थाना को मुन्ना कुमार का मोबाइल नंबर सहित अन्य जानकारी दी गयी, लेकिन अभी तक उसका कुछ पता नहीं चला. इधर, बूढ़ी मां नवमी गोराई ने बताया कि उसके तीन बच्चे हैं. पहला 10 वर्ष का और छोटा पांच वर्ष का है. हम सास-बहू मजदूरी कर घर चला रहे हैं. मुन्ना कुमार जिसके नाना-नानी कभी हमारे पड़ोसी थे, तब वो यहां आया करता था. अब तो पड़ाेसी भी यहां नहीं रहते. मेरा बेटा किस हाल में और कहां है, ये तो ईश्वर ही जानता है. मुन्ना हर बार अलग-अलग बात बताता है. कभी कहता है कि मंगल जेल में है. कभी कहता है ट्रेन में चढ़ा दिये हैं, तो कभी कहता है भाग गया. इधर, मुन्ना से बात करने पर उसने मंगल के भाग जाने की बात कही. बताया कि ठेकेदार ने उसे और कुबेर नामक लड़के को एक सप्ताह के काम से बंगुलुरु भेजा था. वहां पहुंचने के बाद वह भाग गया.
पांच माह से राजू राव लापता
वहीं, राजू राव नामक करीब 45 वर्षीय व्यक्ति जो मंदबुद्धि है, वह भी करीब पांच माह से गायब है. उसके भतीजे महेश राव ने बताया कि उसके पिता गौरीशंकर राव तथा राजू राव दो भाई हैं. चाचा मंदबुद्धि हैं. अचानक एक दिन वो लापता हो गये. काफी खोजबीन के बाद भी उनका पता नहीं चला. इस संबंध में थाना को कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है. क्योंकि चाचा इससे पहले भी कई बार इस तरह जा चुके हैं, लेकिन कुछ समय बाद लौट आते है. इस बार काफी समय बीत गया, लेकिन अभी तक वो नहीं लौटे हैं.
कुछ नहीं बता रही पुलिस
वहीं, कुर्मीडीह निवासी अनिल कुमार तथा सुनील कुमार दो भाई थे. अनिल ने बताया कि एक दिन भाई अचानक गायब हो गया. घटना करीब 15 जून की है. उसकी काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. करीब 20 जुलाई को आरपीएफ के जवान एक शव की तस्वीर दिखा कर उसकी पहचान करने की कोशिश कर रहे थे, जो मेरे भाई जैसा दिख रहा था. इस संबंध में माराफारी थाना में संपर्क करने को कहा गया. जब तक हम लोग थाना से संपर्क करते, पुलिस शव को दफना चुकी थी. बताया गया कि ट्रेन से कट गया था. उसके साथ ये घटना कैसे और क्यों हुई, इसके बारे में पुलिस ने कुछ नहीं बताया.