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झारखंड के तनय के साथ काम करेंगे ट्विटर इंडिया के पूर्व प्रमुख मनीष माहेश्वरी, मिलकर शुरू करेंगे स्टार्टअप

बोकारो के तनय प्रताप ट्विटर इंडिया के पूर्व प्रमुख मनीष माहेश्वरी के साथ काम करेंगे. मनीष माहेश्वरी ने खुद इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि वे इंवेक्ट नाम के कंपनी स्टार्टअप कर रहे हैं. जिसमें तनय प्रताप उनके सहयोगी होंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2021 9:19 AM

बोकारो : ट्विटर इंडिया के पूर्व प्रमुख मनीष माहेश्वरी बोकारो के तनय प्रताप के साथ काम करेंगे. दोनों शिक्षा और शिक्षण के क्षेत्र में ज्वाइंट वेंचर में काम करेंगे. बता दें कि मनीष अब शिक्षा क्षेत्र में अपना करियर बनाने के मूड में है. उन्होंने दो दिन पहले खुद ट्वीट करके ट्विटर छोड़ने की जानकारी दी है और खुद का स्टार्ट-अप शुरू करने का मन बना लिया है.

उन्होंने लिखा – लगभग तीन साल के बाद मैं शिक्षा और शिक्षण के लिए खुद को समर्पित करने के लिए ट्विटर से विदा ले रहा हूं. मैं उस प्रभाव को लेकर उत्साहित हूं, जो शिक्षा के माध्यम से विश्व स्तर पर बनाया जा सकता है. ट्विटर इंडिया के प्रमुख बनने से पहले वे नेटवर्क 18 डिजिटल के सीईओ भी रह चुके हैं. लेकिन वहीं अगर हम तनय की बात करें तो उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा बोकारो से हीं हुई है.

मनीष माहेश्वरी के इस नए एड-टेक स्टार्टअप का नाम भी सामने आ चुका है, जिसका नाम ‘इंवेक्ट’. उनके अनुसार उनका ये स्टार्ट-अप ‘इंवेक्ट’ मेटावर्सिटी नामक वर्चुअल इमर्सिव प्लेटफॉर्म के माध्यम से रोजगार दिलाने में सहायक साबित होगा साथ ही प्रशिक्षण प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगा. उनके इस स्टार्टअप में माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व वरिष्ठ सॉफ्टवेयर इंजीनियर तनय प्रताप संस्थापक हैं.

तनय प्रताप बोकारो के वरिष्ठ पत्रकार धनंजय प्रताप व शिक्षिका कनक लता राय के पुत्र है. वेबसाइट के अनुसार, फिलहाल यह प्लेटफार्म 16 सप्ताह का एमबीए विकल्प प्रदान कर रहा है. माहेश्वरी फ्लीपकार्ट, टेक्टवेब, इंट्वीट, पी एंड जी जैसी दिग्गज कंपनियों में भी विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं.

उच्च-गुणवत्ता शिक्षा व सामाजिक रूप से सीखने का अनुभव

मनीष ने इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि वह माइक्रोसॉफ्ट में सॉफ्टवेयर इंजीनियर रह चुके बोकारो के तनय प्रताप के साथ मिलकर जॉइंट वेंचर शुरू करेंगे. उन्होंने कहा कि कैसे कोरोना ने अर्थव्यवस्था में सफल होने के लिए जरूरी स्किल्स को बदल दिया है. यह कौशल सिखाने के लिए हीं वह अपना वेंचर खोल रहे हैं. उन्होंने आगे कहा शिक्षा हमेशा हीं उनके दिल के करीब रही है. मनीष माहेश्वरी एक ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी दी है कि वह एड-टेक क्षेत्र में नयी शुरुआत करने जा रहें हैं. हमारा विजन हर किसी के लिए एक उच्च-गुणवत्ता शिक्षा व सामाजिक रूप से सीखने का अनुभव प्रदान करना है, जिसको वो किसी भी जगह से हासिल कर सकें, वो भी किफायती दाम पर.

‘इंवेक्ट’ कंपनी बना शिक्षा पद्धति में क्रांतिकारी परिवर्तन की ठानी

बोकारो के विभिन्न स्कूलों से पढ़े (डीएवी-04 से प्रारंभिक शिक्षा, जीजीपीएस बोकारो से 10वीं बोर्ड व चिन्मय विद्यालय से 12वीं बोर्ड) तनय प्रताप के साथ मिलकर देश में शिक्षा की क्रांति लाने के लिए मनीष माहेश्वरी ने भारत को एक ऐसी शिक्षा व्यवस्था देने की पहल की है, जिससे कम समय और कम पैसे में अधिक स्किल वाले छात्र देश को मिले. इसके लिए सबसे पहले मनीष और तनय ने अपनी-अपनी नौकरी छोड़ी.

मनीष ने ट्वीटर तो तनय ने मॉइक्रोसॉफ्ट से इस्तीफा दिया. अब दोनों ने मिलकर ‘इंवेक्ट’ नामक कंपनी बनाकर शिक्षा पद्धति में एक क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की ठानी है. तनय का जन्म बोकारो स्टील सिटी में हुआ है. बोकारो में स्कूली शिक्षा के बाद एमआईटी- मणिपाल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की.

दोनों ने नौकरी छोड़ी और चल दिये एक नयी शिक्षा नीति देने

इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी तनय ने बंगलोर में साइप्रस, सिसको व माइक्रोसॉफ्ट में काम करने के बाद गत वर्ष कोरोना काल में तनय ने ‘नीओजी कैंप’ नाम से अपना स्टार्टअप शुरू किया. कोडिंग सीखा कर कोरोना काल में अनेक को नौकरियां दिलवायी. भारत में आज ऐसा एक भी स्टार्टअप नहीं, जहां तनय के पढ़ाये बच्चे नौकरी नहीं कर रहे हैं.

ट्वीटर पर शिक्षा के क्षेत्र में तनय के काम को देखकर उस वक्त के ट्वीटर के इंडिया हेड मनीष ने तनय को बातचीत के लिए बुलाया. तनय में मनीष को वह सपना मिला, जो उनका अपना था. और फिर दोनों ने साथ-साथ चलने का निर्णय लिया, क्योंकि दोनों के सपने और सोच एक हीं थे. इसके साकार होने के लिए दोनों का 24×7 का साथ जरुरी था. इसलिये दोनों ने नौकरी छोड़ी और चल दिये देश को एक नयी शिक्षा नीति देने.

रिपोर्ट- सुनील तिवारी

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