प्रतिनिधि, महुआटांड़
गुरुवार को क्षेत्र अंतर्गत ललपनिया के कोचाकुल्ही सरना स्थल में बाहा पोरोब (सरहुल पूजा) सरना समिति, ललपनिया(कोचाकुल्ही) के बैनर तले टीटीपीएस के विस्थापित आदिवासी टोलों ललपनिया, कोचाकुल्ही, न्यू जाला, कुशमांडो व सड़क टोला का सामूहिक सरहुल महोत्सव आयोजित हुआ. सर्वप्रथम कोचाकुल्ही के नायके दुर्गा सोरेन व अन्य चार टोलों के नायके चारो हांसदा, रबना कस्किू, लालजी बास्के, सुरेंद्र टुडू द्वारा विधिवत रूप से बोंगा स्थल में सखुआ, महुआ फूल आदि अर्पित करते हुए आराध्यों का आह्वान किया व क्षेत्र की खुशहाली की कामना की गई. इसके बाद आदिवासियों ने एक दूसरे को अबीर लगाकर बाहा बोंगा(सरहुल) की बधाई दी. मुख्य अतिथि राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष योगेंद्र प्रसाद ने सरना स्थल में मत्था टेक क्षेत्र की सुख-समृद्धि की कामना की. उन्होंने मांदर बजाते हुए आदिवासियों के साथ पारंपरिक खूब नृत्य भी किया. कहा कि सरहुल प्रकृति उपासना का महापर्व है. बाहा बोंगा प्रकृति के प्रति आदिवासियों के अकाट प्रेम को प्रदर्शित करता है. दोनों एक दूसरे के पूरक हैं. वहीं, विशष्टि अतिथि टीवीएनएल के एमडी सह टीटीपीएस जीएम अनिल कुमार शर्मा, सम्मानित अतिथि डीजीएम अशोक प्रसाद ने भी मत्था टेका और सरहुल की बधाई दी. एमडी शर्मा ने कहा कि सरहुल संताली आदिवासियों का बड़ा पर्व है. जिसमें प्रकृति के प्रति असीम लगाव और रक्षा की भावना झलकती है. समिति ने अतिथियों को शॉल भेंटकर अभिनंदन किया. अन्य सम्मानित अतिथियों में जिप अध्यक्ष सुनीता देवी, ललपनिया मुखिया नमोती देवी, कोदवाटांड़ मुखिया बबलू हेंब्रम, पंसस शांति हांसदा, लुगुबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ समिति के अध्यक्ष बबूली सोरेन, गोमिया बीस सूत्री अध्यक्ष लुदू मांझी, पेटरवार के मुकेश कुमार महतो, भाजपा नेता चितरंजन साव, अनिल हांसदा, दिनेश कुमार मुर्मू, सहित पांचों टोला के मांझी बाबा फिनीराम सोरेन, मुटुक कुमार हांसदा, मंझला मुर्मू, सुंदर लाल मरांडी, बाबूचंद मांझी भी शामिल हुए. आयोजन को सफल बनाने में समिति अध्यक्ष रामप्रसाद सोरेन, उपाध्यक्ष बीरबल हांसदा, सचिव सुखराम हेंब्रम, उपसचिव दीपक मरांडी, कोषाध्यक्ष शिवराम हांसदा, उपकोषाध्यक्ष बुधन हांसदा, संरक्षक गुरुलाल मांझी, रामजी मांझी, फिनीराम सोरेन आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई. मौके पर मितन सोरेन, सोनाराम मांझी, सोनाराम मुर्मू, सुशील हेंब्रम, सेवाराम हांसदा, लालजी मरांडी, तुलसी महतो, मनोज महतो, प्रकाश महतो, रतिराम, रजिलाल सोरेन, श्यामदेव सोरेन, साहेबराम टुडू सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.