बोकारो के हंस मंडप में लगी भीषण आग, कई मूर्तियां हुई जलकर राख
बोकारो के इस्कॉन मंदिर और हंस मंडप में मंगलवार की सुबह भीषण आग लग गयी. जिससे मंडप पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है. इसके साथ ही कई मूर्तियां भी जलकर राख हो गयी है. फिलहाल, दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया है.
बोकारो, मुकेश झा : बोकारो जिले के सेक्टर वन स्थित हंस मंडप में अहले सुबह भीषण आग लग गयी. जिसके बाद मंडप पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है. बताया जा रहा है कि हंस मंडप में ही इस्कॉन का राधा कृष्ण मंदिर है, वह भी जलकर पूरी तरह से खाक हो गया है. इस घटना की सूचना मिलने पर मौके पर दमकल की पांच गाड़ियां पहुंची और आग बुझाने में जुट गयी. कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
कई मूर्तियां जलकर राख
जानकारी के अनुसार इस्कॉन मंदिर और हंस मंडप में अचानक लगभग 8:30 बजे आग लग गयी. आग लगते ही इस्कॉन मंदिर और हंस मंडप पूरी तरह से धू-धूकर जल गया. प्रभु की सेवा में लगे सेवकों का कहना है कि अचानक से धुआं उठा जब तक कुछ समझ पाते तब तक आग की लपटें तेज हो गई थी. किसी तरह राधा कृष्ण की मूर्ति को बाहर निकाल. लेकिन मंदिर में रखे निमाई निताई और प्रभु पाल मूर्तियां पूरी तरह से जलकर खाक हो गयी.
दमकल कर्मियों ने आग पर पाया काबू
मंदिर के संचालक जगन्नाथ दास ने इसे साजिश करार दिया है. हालांकि मंदिर के ही एक सेवक ने बताया कि आग मोटर रूम से लगनी शुरू हुयी थी. जिसके बाद यह आग फैली है. मौके पर पहुंची पांच दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया है. जब तक आग पर काबू पाया जाता तब तक पूरी तरह से हंस मंडप पर मंदिर जलकर खाक हो चुका था. इस अगलगी की घटना में करोड़ों के नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है.
कैसे हुयी यह घटना
इस घटना के बाद भक्तों में काफी निराशा देखी गयी है. भगवान के मंदिर में आग लगने से बदहवास नजर आए. हंस मंडप के बाहर एक कमरे में यह इस्कॉन मंदिर संचालित हो रहा था जहां रविवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. आज सुबह भी भगवान की मंदिर में साफ-सफाई के बाद भगवान को वस्त्र पहनाया जा रहा था. इसी दौरान यह घटना घटी है.
पहले भी घट चुकी है ऐसी घटना
मंदिर संचालक जगन्नाथ दास ने कहा कि पूर्व में भी बोकारो के डीसी को मंदिर की सुरक्षा और विवाद को लेकर पत्र लिखा गया था. जिसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री को भी भेजी गई थी लेकिन इस पर किसी ने संज्ञान नहीं लिया. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी आग बिना साजिश के नहीं हो सकती है, क्योंकि शॉर्ट सर्किट से इतना बड़ा हादसा नहीं हो सकता है.