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Coal India और यूनियन के बीच बैठक में MGB के प्रस्ताव पर नहीं बनी सहमति, अब अक्टूबर में होगी चर्चा

JBCCI की छठी बैठक में कोल इंडिया मैनेजमेंट और यूनियन के बीच हुए बैठक में MGB प्रस्ताव पर सहमति नहीं बन सकी. अब अक्टूबर में होने वाली अगली बैठक में सबकी निगाहें टिक गयी है. हालांकि, इस बैठक में हुए चर्चा से यूनियन को उम्मीद है कि जल्द इसका समाधान हो जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2022 5:22 AM

Jharkhand News: JBCCI-11 की छठी बैठक कोल इंडिया मुख्यालय, कोलकाता में संपन्न हुई. कई राउंड की बैठक के बाद आखिरकार प्रबंधन की ओर से अपने तीन प्रतिशत MGB के प्रस्ताव को बढ़ाकर 10 प्रतिशत किया गया. जबकि यूनियनों की ओर से अपने पूर्व के 47 प्रतिशत एमजीबी के प्रस्ताव को घटाकर 30 प्रतिशत किया गया. कोल इंडिया प्रबंधन (Coal India Management) के साथ बैठक के अलावा यूनियनों ने अलग से भी आपस में बैठक कर विचार विमर्श किया. यूनियनों की बैठक में 35 प्रतिशत एमजीबी डिमांड का फैसला लिया गया.

यूनियन नेताओं ने कोल इंडिया प्रबंधन से पूछा- बताइये आप क्या देंगे

लंच के बाद फिर शुरू हुई बैठक में यूनियनों की ओर से 35 प्रतिशत एमजीबी का ऑफर दिया गया. जिसपर कोल इंडिया डीपी विनय रंजन ने कहा कि यह उचित नहीं है. कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि यह निगोसिएबल नहीं है. यह बहुत अधिक है. तब एटक नेता रमेंद्र कुमार ने कोल इंडिया प्रबंधन से पूछा कि आप ही बताईये आप क्या दे रहे हैं? सर्वसम्मति से यूनियन नेताओं ने कहा कि आप अपना प्रस्ताव बताइए अन्यथा हमलोग ऑडिटोरियम में ही रहेंगे, हटेंगे नहीं.

कोल इंडिया ने सात प्रतिशत एमजीबी का दिया प्रस्ताव, यूनियन ने किया खारिज

यूनियनों ने कहा कि 35 प्रतिशत एमजीबी पर आपको अपना रुख बताना ही चाहिए. यदि प्रस्ताव नहीं देंगे, तो हम लोग फिर से 47 प्रतिशत एमजीबी पर वापस चले जायेंगे. सीटू नेता डीडी रामानंदन ने कहा कि प्रबंधन यह सलाह नहीं दे कि मजदूरों को क्या और कितना मांगना चाहिए. प्रबंधन यह बताए कि 35 प्रतिशत एमजीबी पर उनका क्या प्रस्ताव है. यूनियन के इस प्रस्ताव के बाद प्रबंधन ने अलग से आपस में बैठक कर इसपर चर्चा किया. जिसके बाद प्रबंधन ने यूनियनों के 35 प्रतिशत एमजीबी के स्थान पर सात प्रतिशत एमजीबी का प्रस्ताव दिया. यूनियनों ने एक सिरे से इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया.

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अक्टूबर में होगी JBCCI की अगली बैठक

इसके बाद यूनियन नेताओं ने 35 प्रतिशत एमजीबी से घटकर 30 प्रतिशत एमजीबी का प्रस्ताव दिया. प्रबंधन के 10 प्रतिात एमजीबी के प्रस्ताव के साथ अगली बैठक में मिलने के वादे के साथ ही बैठक खत्म कर दी गयी. JBCCI की सातवीं बैठक अक्टूबर माह में होगी.

बैठक में आ रही रुकावट ने आज थोड़ा रफ्तार पकड़ी

जेबीसीसीआई की पांच बैठक में एमजीबी को लेकर जो रुकावट आ रही थी वो जेबीसीसीआई की आज छठी बैठक में थोड़ा रफ्तार पकड़ा है. यूनियन जहां 47 प्रतिशत एमजीबी से 35 प्रतिशत तथा फिर 30 प्रतिशत पर आया. वहीं, प्रबंधन तीन प्रतिशत एमजीबी से बढ़कर तीन प्रतिशत औैर फिर 10 प्रतिशत पर आया. यूनियनों ने आपस में दो राउंड बैठक की. एटक नेता लखनलाल महतो ने कहा कि एमजीबी में आ रही रुकावट ने अब रफ्तार पकड़ी है. मजदूर हित में बेहतर फैसला होने की उम्मीद है.

बैठक में ये रहे शामिल

बैठक में कुछ देर के लिए कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल आये, जबकि डीपी विनय रंजन वीडियो कांफ्रेसिंग से जुड़ें. इसके अलावा कोल इंडिया की ओर से सीसीएल सीएमडी पीएम प्रसाद, एसइसीएल सीएमडी पीके मिश्रा, डब्लूसीएल के सीएमडी मनोज कुमार, इसीएल के सीएमडी एपी पंडा, इडी एचआर एके चौधरी, सिंगरैनी कोलियरी के निदेशक वत्ति एस चंद्रशेखरण मौजूद रहे. जबकि यूनियन की ओर से एटक के रमेंद्र कुमार, आरसी सिंह, भी सीतारमैया, लखनलाल महतो, हरद्विार सिंह. एचएमएस के नाथुलाल पांडेय, शिव कुमार पांडेय, शिव कुमार यादव, गौतम सद्धिार्थ, रघुनंदन राघवन, राजेश कुमार सिंह, बीएमएस के लक्ष्मा रेड्डी, सुरेंद्र पांडेय, सुधीर घुडके, केपी गुप्ता तथा सीटू की ओर से डीडी रामानदंन, अरुप चटर्जी उपस्थित थे.

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Posted By: Samir Ranjan.

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