झारखंड : कमाने गये गोमिया के सूरज की मुबंई में हुई मौत, गांव में पसरा सन्नाटा
बोकारो की गोमिया पंचायत स्थित बेलाटांड़ गांव के सूरज रविदास की मौत मुंबई में हो गयी. सूरज कमाने मुंबई गया था, लेकिन उसक मौत हो गयी. सूरज के परिवार वालों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है. बोकारो नदी तट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया.
Jharkhand News: बोकारो जिला अंतर्गत गोमिया पंचायत के बेलाटांड़ गांव निवासी प्रवासी मजदूर सूरज रविदास (22 वर्ष) पिता गणेश रविदास का शव मुंबई के एक कमरे से मिला. मृतक सावरकर नगर सोसाइटी, कृष्णा नगर में रहता था. दो दिन पहले ही मुंबई आया था.
सूरज ने परिवार वालों से की थी बात
बताया गया कि मौत से पहले सूरज अपने परिवार के सदस्यों से मोबाइल से बात भी किया था. लेकिन, कुछ देर बाद फिर फोन की घंटी बजती रही, पर उधर से कोई जवाब नहीं मिला. इस दौरान उसके साथ रहने वाले अन्य साथी काम करने चले गये थे. वापस आने पर पता चला कि सूरज की मौत हो गयी है.
बोकारो नदी तट पर हुआ अंतिम संस्कार
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने घटना की जांच-पडताल कर शव का पोस्टमार्टम कराकर स्थानीय साथियों को सौंप दिया. इस घटना की जानकारी मुबंई में रह रहे गोमिया निवासी सहयोग जीवन फाउडेशन के अध्यक्ष सुरेंद्र दास को मिलने पर उन्होंने सरकारी प्रक्रिया के तहत मदद करते हुए मृतक के शव को मुबंई से एंबुलेंस से बेलाटाड़ भेजने में सहयोग किया. यहां से मृतक का शव बुधवार की शाम रांची हवाई अड्डा पहुंचा. यहां से मृतक के परिवार वाले एंबुलेंस से गाेमिया ले गये. रात में ही बोकारो नदी के तट में उसका अंतिम संस्कार किया. इधर, परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक दो भाइयों में छोटा था. सूरज की असामायिक मौत गांव के लोगों ने गहरा दु:ख जताया. ग्रामीणों ने कहा कि सूरज काफी हसमुख था.
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बोकारो डीसी से मुआवजे की मांग
मृतक के पिता ने बोकारो डीसी से मजदूर बेटे की मौत पर मुआवजा की मांग की है. इस संबंध गोमिया बीडीओ कपिल कुमार श्रम विभाग से सहायता राशि दिलाने की बात कही. वहीं, श्रमिक मित्र गोमिया के मनोज कुमार सिंह ने कहा कि प्रवासी मजदूर के मौत के सबंध में विभाग के वरीय पदाधिकारी को सूचना देकर विभाग से मिलने वाली सहायता राशि को दिलाने पर प्रयास किया जाएगा.