Bokaro News : बोकारो कोर्ट में पेशकार मनोज साव (50 वर्ष) का शव संदिग्ध परिस्थितियों में बुधवार की सुबह सदर अस्पताल के बरामदे में रखा मिला. जानकारी मिलने पर साव की पत्नी सदर अस्पताल पहुंचीं और शव को देखते ही दहाड़ मारकर रोने लगीं. उन्होंने पुलिस को बताया कि मनोज मंगलवार को घर से निकले थे. इसके बाद वापस नहीं लौटे. परिजनों ने रात भर इंतजार किया. उनका मोबाइल बंद आ रहा था. मोटरसाइकिल भी गायब थी. मनाेज साव चास में रहते थे. उनका शव सदर अस्पताल कैसे पहुंचा, इसकी जांच शुरू हो गयी है. परिवार में पत्नी के अलावा दो पुत्री है. 2002 बैच के कर्मचारी मनाज साव फिलहाल न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी बोकारो तबिदा खान के कोर्ट में सहायक थे. मामले की जानकारी बुधवार को बीएस सिटी थाना पुलिस को दी गयी. थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है. शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, बुधवार पूर्वाह्न 10 बजकर 18 मिनट पर मनोज साव का शव लेकर कुछ लोग सदर अस्पताल आये थे. निबंधन काउंटर पर कागजात भी बनवाया. चिकित्सक ने कागजात पर कागजी कार्यवाही पूरी की. इसके बाद कागजात व शव छोड़ कर लोग निकल गये. पुलिस सदर अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है