गोमिया में मनरेगा के कार्य ने पकड़ी रफ्तार, 1000 प्रवासी मजदूरों को भी मिला काम
बोकारो जिला अंतर्गत गोमिया प्रखंड में मनरेगा कार्य में तेजी आयी है. मनरेगा के तहत प्रखंड क्षेत्र के करीब 5000 मजदूरों को काम मिला है. इसमें 1000 प्रवासी मजदूर भी हैं. विभिन्न राज्यों से झारखंड आये इन प्रवासी मजदूरों को कोरेंटिन अवधि पूरा करने के बाद मनरेगा में काम मिला है.
ललपनिया (बोकारो) : बोकारो जिला अंतर्गत गोमिया प्रखंड में मनरेगा कार्य में तेजी आयी है. मनरेगा के तहत प्रखंड क्षेत्र के करीब 5000 मजदूरों को काम मिला है. इसमें 1000 प्रवासी मजदूर भी हैं. विभिन्न राज्यों से झारखंड आये इन प्रवासी मजदूरों को कोरेंटिन अवधि पूरा करने के बाद मनरेगा में काम मिला है. पढ़ें नागेश्वर की रिपोर्ट.
गोमिया प्रखंड के अंतर्गत 36 पंचायत आते हैं. इन पंचायतों में करीब 7000 प्रवासी मजदूर हैं. इसमें से करीब 5000 प्रवासी मजदूर विभिन्न राज्यों से अपने घर वापस आ गये हैं. कोरेंटिन अवधि खत्म होने के बाद इन्हें रोजगार की दिक्कत न हो, इसके लिए स्थानीय प्रशासन ने कुशल व अकुशल मजदूरों को उनके अनुभव के आधार पर रोजगार से जोड़ना शुरू कर दिया है. इसी के तहत करीब 1000 प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के तहत काम दिया गया है. इसके अलावा करीब 4000 ग्रामीणों को भी मनरेगा के तहत काम मिल है. कुल मिलाकर वर्तमान में करीब 5000 लोगों को मनरेगा के तहत काम मिला है.
जानकारी के अनुसार सभी प्रवासी मजदूर गोमिया प्रखंड क्षेत्र की पंचमो पंचायत के अलावा हुरलूग, बड़की सिंधावारा, चतरोचटी, बड़की चिदरी, कर्री, लोधी, चुटे तथा महुवाटाड़ थाना क्षेत्र के कडेर, बारीडारी, धवैया, बड़कीपुनू, टीकाहार, ललपनिया, कुदा, तुलबूल, खंबरा, महुवाटाड़, तिलैया आदि क्षेत्र के हैं.
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इन सभी पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत डोभा, आम बागवानी, मेढ़ बांधना, खेल का मैदान, सिंचाई कूप, टीसीबी आदि कार्य में प्रवासी व ग्रामीण मजदूरों को जोड़ा गया है. इसमें महिला मजदूर भी हैं. इस सबंध में बीपीओ महेश कुमार महतो व राकेश कुमार ने कहा कि सभी पंचायतों में आम बागवानी के आलावा डोभा, टीसीबी, खेल का मैदान आदि का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. उन्होंने कहा मनरेगा के तहत 194 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी दर निर्धारित है, जो इन मजदूरों को मिलेगा. सभी को प्रत्येक सप्ताह मजदूरी दर का भुगतान कर दिया जा रहा है. साथ ही काम में जुड़े मजदूरों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है. वहीं, मास्क लगा कर काम करने को अनिवार्य बनाया गया है.
सभी मजदूरों को मिलेगा काम : प्रवीण कुमार अम्बष्ट
प्रभारी प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवीण कुमार अम्बष्ट ने कहा कि गोमिया प्रखंड क्षेत्र में करीब 5000 मजदूर मनरेगा कार्य से जुड़े हैं. इसमें प्रवासी मजदूर भी हैं. इन प्रवासी मजदूरों की कोरेंटिन अवधि खत्म होने के बाद ही कार्य से जोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो भी मजदूर काम करना चाहते हैं, सभी को मनरेगा के तहत कार्य उपलब्ध कराने की दिशा में प्रशासन तत्पर है. उन्होंने यह भी कहा कि काम की कमी नहीं है, जितना मजदूर काम करना चाहते हैं, उन्हें काम दिया जायेगा.