बोकारो : 45 हजार कर्ज के बदले सूदखोर मांग रहे थे छह लाख, परेशान बीएसएलकर्मी ने फांसी लगाकर दे दी जान
शव का पंचनामा बना कर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए चास स्थित अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया. हरला थाना प्रभारी प्रभाकर मुंडा ने पत्रकारों से कहा है कि मामला गंभीर है.
बोकारो स्टील प्लांट के फायर विभाग में अटेंडेंट पद पर कार्यरत सतीश कुमार (31 वर्ष) ने सूदखोरों से परेशान होकर फांसी लगाकर जान दे दी. घटना गुरुवार सुबह लगभग साढे़ आठ बजे की है. सतीश सेक्टर आठ एबी रोड के आवास संख्या 1540 में रहते थे. उन्होंने आत्महत्या से पूर्व एक सुसाइड नोट लिख छोड़ा, जिसमें सूरज चौधरी व छोटल पाल को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है. घरवालों का कहना है कि सतीश कुमार लगभग साल भर से परेशान चल रहे थे. उन्हें इस बात का कतई अंदाजा नहीं था कि कर्ज के बोझ तले दबे सतीश इतना बड़ा कदम उठा लेगा. जानकारी मिलने पर हरला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों की मदद से सतीश को फंदे से उतार कर उसे बोकारो जनरल अस्पताल ले गयी. वहां जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
शव का पंचनामा बना कर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए चास स्थित अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया. हरला थाना प्रभारी प्रभाकर मुंडा ने पत्रकारों से कहा है कि मामला गंभीर है. सुसाइड नोट के आधार पर जांच की जा रही है. छानबीन के बाद ही मामला स्पष्ट हो पायेगा. बीजीएच में सेक्टर चार थाना पुलिस ने सतीश के पिता स्वयंवर पासवान का बयान दर्ज किया, जिसमें छोटन पाल व सूरज चौधरी को आरोपी बनाया गया है. आरोपियों के खिलाफ हरला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया गया है.
आत्महत्या करने से पहले सतीश कुमार ने क्या लिखा अपने पत्र में
“मैं सतीश कुमार अपने होशो-हवास में लिख रहा हूं कि सूरज चौधरी व छोटल पाल से 45 हजार रुपए नकद लिया था. इसके बदले में अपनी गाड़ी हीरो होंडा साइन व सोने के जेवर दिये थे. इसके बाद भी मुझसे छह लाख रुपये ब्याज के तौर पर जबरन मांगा जा रहा है. एक ब्लैंक चेक भी ले लिया गया है. इस कारण मैं किसी प्रकार का लोन भी नहीं ले रहा पा रहा हूं. मैं अपने परिवार से माफी मांगता हूं. गलती की है, मुझे माफ कर देना.”
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