शरीर में अधिकांश बीमारी पानी की कमी के कारण : डॉ विजय प्रकाश
बोकारो महिला कॉलेज में दो दिवसीय सेमिनार का हुआ समापन
बोकारो. सेक्टर पांच स्थित बोकारो महिला कॉलेज में ”स्वास्थ्य, समाज, पर्यावरण और झारखंड का सतत विकास” विषय पर चल रहे दो दिवसीय सेमिनार का समापन मंगलवार को हुआ. उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ विजय प्रकाश सहित अन्य अतिथियों ने किया. डॉ प्रकाश ने कहा कि शरीर पंचतत्वों से निर्मित है. यदि एक भी चीज की कमी हुई, तो शरीर पर असर पड़ेगा. शरीर में अधिकांश बीमारी पानी की कमी के कारण होती है. इसे संतुलित करने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित करना होगा. इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत छात्राओं ने स्वागत गीत से किया. प्राचार्या डॉ मंजू सिंह ने कहा कि झारखंड में सतत विकास तभी संभव होगा, जब प्राकृतिक संसाधनों के साथ छेड़छाड़ कम होगी. हम लगातार प्रकृति का दोहन करते जा रहे है. ऐसे में हमारा स्वास्थ्य व समाज दोनों का विकास अवरूद्ध होता जा रहा है. शशि भूषण प्रसाद ने कहा कि झारखंड के अस्पतालों में दवाओं की कमी है. वर्षा के पानी को रोकना जरूरी है. तिलैया डैम का पानी गंतव्य स्थल तक आते-आते विलीन की स्थिति में पहुंच जाती है. डॉ एनके राय ने कहा कि पर्यावरण की समस्या उत्पन्न होने पर व्यक्ति असमय मृत्यु के गाल में समा जाते है. दीपांकर दास ने कहा कि वर्षा का पानी को रोकने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग की जरूरत है. बोकारो महिला कॉलेज के दस एकड़ भूखंड में पर्यावरण शुरू करने की अपार संभावना है. इसे विकसित करने की जरूरत है. संचालन प्रो एस पाठक व प्रो मंजू कुमारी व धन्यवाद ज्ञापन डॉ केएन भारती ने किया. मौके पर डॉ प्रभावती कुमारी, डॉ योगेंद्र प्रसाद सहित कॉलेज के व्याख्याता व शिक्षकेत्तरकर्मी, टीआरडी के डॉ केतन मिश्रा, मौसमी सरकार, निशु कश्यप, प्रिया संताप्ता, काजल सरकार आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है