झारखंड : बोकारो के नावाडीह में वज्रपात से मां की मौत, बाल-बाल बची बेटी, ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग
बोकारो के नावाडीह क्षेत्र में वज्रपात की चपेट में आने एक महिला की मौत हो गयी, वहीं उसकी आठ वर्षीय बेटी बाल-बाल बच गयी. बताया गया कि शुक्रवार की शाम दुकान से कपड़ा खरीदकर वापस घर लौट रही थी. इसी बीच अचानक वज्रपात की चपेट में आ गयी. इस हादसे के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है.
Jharkhand News: बोकारो जिला अंतर्गत नावाडीह थाना क्षेत्र की पोटसो पंचायत अंतर्गत कुसुमाटांड गांव से कपड़ा खरीदकर घर लौट रही 32 वर्षीय गीता देवी की वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गयी, जबकि उसकी आठ वर्षीय बेटी सोनी कुमारी बाल-बाल बच गई. घटना की सूचना मिलते ही मृतका के पिता वासुदेव तुरी, मां बंसती देवी और भाई अजय तुरी समेत मुखिया उमेश कुमार, पंसस पति महतो घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस को जानकारी दी.
क्या है मामला
घटना के संबंध में मृतका के पिता वासुदेव तुरी ने बताया कि पुत्री गीता देवी होली को लेकर मायके पोटसो गांव आयी थी. रविवार को अपने ससुराल चास थाना के सिंदूर पेटी गांव जाने वाली थी. इस कारण शुक्रवार की शाम कुसुमाटांड बाजार में कपड़ा लेने दुकान आयी थी. कपड़ा लेकर वह अपनी दूसरी बेटी सोनी कुमारी के साथ मायके पोटसो लौट रही थी. इसी बीच अचानक हुई वज्रपात की चपेट में आ जाने से गीता देवी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि इसकी बेटी सोनी कुमारी बाल-बाल बच गयी.
वज्रपात से 30 प्रतिशत शरीर झुलसा
वासुदेव तुरी ने बताया कि वज्रपात की चपेट में आने के कारण गीता का 30 प्रतिशत शरीर झुलस गया था. घटना की सूचना तत्काल मृतक के पति विनोद तुरी को दी गई. विनोद प्लांट में मजदूरी का कार्य करते हैं. मृतका अपने पीछे पति सहित तीन बेटी 12 वर्षीय ब्यूटी कुमारी, आठ वर्षीय सोनी कुमारी और तीन वर्षीय परी कुमारी के अलावा पांच वर्षीय पुत्र भागीरथ तुरी को छोड गई.
मुआवजा देने की मांग
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पडी. वहीं, मुखिया उमेश महतो, पंचायत समिति सदस्य पति, दशरथ पांडेय, संतोष तुरी, रामलाल तुरी, टेकलाल तुरी, चुनीलाल महतो, लालमोहन महतो, राजू महतो, नीलकंठ महतो, झरीलाल महतो पहुंचकर नावाडीह सीओ अशोक कुमार सिन्हा को घटना की पूरी जानकारी देते हुए आपदा प्रबंधन के तहत मुआवजा राशि देने की मांग की.