बोकारो. अगस्त महीने के प्रथम सप्ताह को पूरे विश्व में स्तनपान सप्ताह के रूप में मनाया जाता है. विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत गुरुवार को बोकारो जनरल अस्पताल (बीजीएच) में भी डॉ इंद्रनील चौधरी के मार्गदर्शन में कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत नर्सिंग स्कूल की छात्राओं द्वारा तैयार किये गये पोस्टर व मॉडल के उद्घाटन के साथ हुई. डॉ स्मिता शेखर, डॉ रीता तिर्की व डॉ रामानुज शर्मा ने बताया कि नवजात शिशुओं के लिए मां का दूध ही सबसे सर्वोत्तम आहार है. शिशु जन्म के पहले घंटे में ही स्तनपान कराना चाहिए, कोई अनाज या पानी बिल्कुल नहीं देना चाहिए. शिशुओं के लिए स्तनपान के अनेक फायदे हैं, जैसे रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाना, पोषक आहार मिलना आदि. कहा कि इस वर्ष के लिए वर्ल्ड अलायंस फॉर ब्रेस्ट फीडिंग एक्शन (डब्लयूएबीए) निर्धारित थीम है : क्लोजिंग द गैप- ब्रेस्टफीडिंग सपोर्ट फॉर ऑल. डब्लयूएबीए के निर्धारित थीम का उद्देश्य महिलाओं को स्तनपान व अपने दैनिक कार्य को दृढ़तापूर्वक एक साथ करने का समर्थन देता है. कामकाजी महिलाओं को उनके स्तनपान संबंधी अधिकार के प्रति जागरूकता प्रदान करना, साथ ही कार्यालयों मे भी इस प्रकार का माहौल बनाना, ताकि स्तनपान कराने वाली महिलाओं को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो. विश्व स्तनपान सप्ताह कार्यक्रम प्रसूति व स्त्री रोग और बाल रोग ओपीडी व वार्डों में आयोजित किया गया. सप्ताह के दौरान कई कार्यक्रम होंगे.
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