Loading election data...

Sarna Adivasi dharam Code : सरना आदिवासी धर्म कोड की घोषणा नहीं हुई तो इस तारीख को झारखंड समेत पांच राज्यों में होगा रेल-रोड चक्का जाम

Sarna Adivasi dharam Code, Adivasi Sengel Abhiyan, rail-road traffic jam, कसमार (दीपक सवाल) : सरना आदिवासी धर्म कोड (Sarna Adivasi dharam Code ) की मांग को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान (Adivasi Sengel Abhiyan ) की जनसभा सोमवार को कसमार प्रखंड के खैराचातर में आयोजित हुई. अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू (Salkhan Murmu ) मुख्य अतिथि थे. अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष विशेश्वर मुर्मू ने की. सभा में एलान हुआ कि केंद्र सरकार ने सरना धर्म कॉलम कोड की घोषणा नहीं की तो 31 जनवरी को पांच राज्यों (झारखंड, बिहार, बंगाल, ओड़िसा एवं आसाम) में रेल रोड चक्का जाम (rail-road traffic jam ) कर दिया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2021 2:51 PM

Sarna Adivasi dharam Code, Adivasi Sengel Abhiyan, rail-road traffic jam, कसमार (दीपक सवाल) : सरना आदिवासी धर्म कोड (Sarna Adivasi dharam Code ) की मांग को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान (Adivasi Sengel Abhiyan ) की जनसभा सोमवार को कसमार प्रखंड के खैराचातर में आयोजित हुई. अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू (Salkhan Murmu ) मुख्य अतिथि थे. अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष विशेश्वर मुर्मू ने की. सभा में एलान हुआ कि केंद्र सरकार ने सरना धर्म कॉलम कोड की घोषणा नहीं की तो 31 जनवरी को पांच राज्यों (झारखंड, बिहार, बंगाल, ओड़िसा एवं असम) में रेल रोड चक्का जाम (rail-road traffic jam ) कर दिया जाएगा.

सभा को संबोधित करते हुए सालखन मुर्मू ने कहा कि भारत के लगभग 15 करोड़ आदिवासी में से अधिकांश हिंदू, मुसलमान, ईसाई आदि नहीं हैं. वे प्रकृति पूजक हैं, मूर्ति पूजक नहीं. उनकी पूजा- पद्धति, सोच संस्कार, भाषा संस्कृति आदि प्रकृति से जुड़ी हुई है. कहा : 2011 की जनगणना में सरना धर्म के रूप में 50 लाख से ज्यादा आदिवासियों ने दर्ज कराया है. इसलिए अब आदिवासी 2021 की जनगणना में सरना धर्म के नाम से अन्य मान्यताप्राप्त धर्मों की तरह अलग कॉलम और कोड नंबर की मांग कर रहे हैं. कहा : यह संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत मौलिक अधिकार भी है.

Also Read: Coronavirus Death : बिहार से शादी समारोह में शामिल होकर झारखंड के गुमला लौटी महिला की कोरोना से मौत, गांव को किया जा रहा सैनिटाइज

श्री मुर्मू ने कहा कि पहले चरण के आंदोलन में 6 दिसंबर 2020 को करीब 15 जगह रेल रोड चक्का जाम एवं 50 जगहों पर नेशनल हाइवे जाम किया गया था. दूसरे चरण का अभियान चल रहा है. 5 जनवरी को सरना धर्म विरोधी नेताओं का पुतला दहन और 21 जनवरी को 5 राज्यों के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम डिसी को ज्ञापन सौंपा जाएगा. इसके बाद भी केंद्र ने घोषणा नहीं की तो 31 जनवरी को पांच राज्यों में रेल रोड चक्का जाम कर दिया जाएगा.

Also Read: New Year 2021 : नये साल के जश्न पर इतने करोड़ की शराब पी गये झारखंड के देवघरवासी, बिहार में शराबबंदी से कोरोना काल में शराब की हुई रिकॉर्ड बिक्री

सभा को अभियान के प्रदेश अध्यक्ष देवनारायण मुर्मू, केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू, सरना धर्म मांडवा के प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार मुर्मू, बोकारो जोनल हेड आनंद टुडू, पुरुलिया जिलाध्यक्ष सोनोत कुमार बेसरा, प्रखंड अध्यक्ष विशेश्वर मुर्मू के अलावा जदयू के बोकारो जिलाध्यक्ष खिरोधर मुर्मू, प्रदेश सचिव सुरेश बेदिया, जिला महासचिव अरुण सिंह, बाल्मीकि सिंह आदि ने भी संबोधित किया. मौके पर ललिता सोरेन, गोपीनाथ टुडू, उलेश्वरी हेंब्रम, सेंगेल परगना धनंजय मुर्मू, रिझु मुर्मू, राजकिशोर मुर्मू, सेंगेल छात्र मोर्चा अध्यक्ष रामप्रसाद सोरेन, भोला मुर्मू, चंद्र किस्कू, दिलीप किस्कू, धनीराम मरांडी, महेंद्र टुडू सरोज लाल टुडू मजोज मुर्मू आकाश टुडू सनजय कुमार टुडू आदि मौजूद थे.

Posted By : Guru Swarup Mishra

Next Article

Exit mobile version