National Youth Day: युवा भारत का सपना साकार कर रहे बोकारो के यूथ, कुछ इस तरह बढ़ा रहे जिले का मान

कई मायनों में बोकारो की तूती राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर बोलती है. यहां के युवाओं ने इस गरिमा का मान बढ़ाया है. बोकारो के यूथ, युवा भारत, सशक्त भारत का सपना साकार कर रहे हैं. अलग-अलग क्षेत्रों में यहां के युवाओं ने परचम लहराया है, पढ़ें सुनील तिवारी, धर्मनाथ, डीएन ठाकुर व राकेश वर्मा की रिपोर्ट.

By Prabhat Khabar News Desk | January 12, 2024 11:43 AM

राष्ट्रीय युवा दिवस : झारखंड की बौद्धिक राजधानी इस्पात नगरी बोकारो की ख्याति ना केवल इस्पात उत्पादन में है, बल्कि कई मायनों में इसकी तूती राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर बोलती है. इस गरिमा को बढ़ाया है यहां के युवाओं ने, जो युवा भारत, सशक्त भारत के सपने को साकार कर रहे हैं. यहां के कई नौजवान स्वामी विवेकानंद से प्रेरित होकर शिक्षा के साथ-साथ खेल, कला, साहित्य सहित विभिन्न विधाओं में अपने शहर व राष्ट्र का नाम रोशन कर रहे हैं. इनमें बेटियां भी किसी से कम नहीं. विवेकानंद जयंती पर हम कुछ ऐसे ही प्रतिभावान युवाओं के बारे में बता रहे हैं, जिन पर हमें, हमारे शहर, राज्य व देश को गर्व है.

कम उम्र में कुमार कुशाग्र ने क्रिकेट में बनायी अपनी अलग पहचान

19 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार कुशाग्र को दिल्ली कैपिटल्स ने आइपीएल-2024 के लिए 7.2 करोड़ रुपये की मोटी रकम में खरीदा है. कुशाग्र की बेस प्राइस 20 लाख रुपये थी. कुशाग्र फिलहाल रांची में झारखंड रणजी टीम में चयन होने के साथ अभ्यास कर रहे हैं. कुशाग्र ने 12 साल की उम्र में अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान आकर्षित किया. 10 वर्ष की उम्र में स्कूली स्तर पर क्रिकेट खेलना शुरू किया था. इनका चयन 2014-15 सत्र में बोकारो जिला अंडर 14 टीम में हुआ. 2015-16 में कुशाग्र का चयन बोकारो जिला अंडर 14 व अंडर 16 टीम के टीम में हुआ. 2017-18 में दोबारा इनका चयन विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए हुआ. कुशाग्र ने टीम को क्वार्टर फाइनल तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.

कथक में अंतरराष्ट्रीय मुकाम पर पहुंची देवोलीना सरखेल

देवोलीना सरखेल कथक नृत्य के क्षेत्र में आज युवाओं की नयी पहचान बन चुकी है. व्यवसायी देवाशीष सरखेल व गृहिणी गार्गी सरखेल की होनहार बेटी देवोलीना नृत्य विधा में अंतरराष्ट्रीय मुकाम पर पहुंच चुकी है. उसने नेपाल में भारत के लिए नृत्य प्रस्तुति देकर अपने देश का मान बढ़ाया है. कई बार राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण, रजत भी जीते हैं. क्लासिकल कथक के अलावा सेमी क्लासिकल में भी उसने कई प्रस्तुतियां दी हैं. बचपन से ही उसे इस क्षेत्र में रुचि थी, जो जुनून में बदल गयी. उसने रिश्ते में अपनी एक बड़ी बहन रीमा गोस्वामी सरकार से इसकी बाकायदा ट्रेनिंग ली है. निरंतर प्रशिक्षणरत है. डीपीएस बोकारो में 11वीं कक्षा की छात्रा देवोलीना एमबीए के साथ नृत्य विधा में करियर बनाना चाहती है.

नेशनल क्रिकेटर के रूप में युवा हस्ताक्षर बन चुके हैं बाल कृष्ण

बाल कृष्ण नेशनल क्रिकेटर के रूप में युवा हस्ताक्षर बन चुके हैं. कॉन्ट्रैक्टर सतीश कुमार शर्मा व गृहिणी वीणा शर्मा के पुत्र बाल कृष्ण ने पढ़ाई के दौरान इंटर हाउस व इंटर डीपीएस मैच से शुरुआत की. 25 वर्षीय बालकृष्ण ने 2020-2021 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी व विजय हजारे ट्रॉफी क्रिकेट से नेशनल क्रिकेट में कदम रखा. बोकारो जिला क्रिकेट एसोसिएशन से शुरुआत की. विभिन्न कैटेगरी में क्रिकेट के राष्ट्रीय मैच खेले. वर्तमान में रणजी क्रिकेट के हरफनमौला खिलाड़ी हैं. उन्हें बल्लेबाजी और गेंदबाजी, दोनों में महारत हासिल है. वह डीपीएस बोकारो में 2015 बैच के विद्यार्थी रह चुके हैं. बाल कृष्ण क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा को अपना रोल मॉडल मानते हैं.

पार्किंसन ग्रस्त बुजुर्गों के लिए अभिनीत ने बनायी अनोखी चम्मच

बीएसएल अधिकारी नवनीत शरण व शिक्षिका निमिषा रानी के पुत्र अभिनीत शरण ने पार्किंसन बीमारी से ग्रसित बुजुर्गों के लिए एक खास चम्मच इजाद की है. गिंबल-बॉल व सेंसर तकनीक पर आधारित ऐसी एंटी शेकिंग स्पून बनायी है, जिससे खाना खाते समय बुजुर्गों के हाथ नहीं कांपेंगे. हाथ हिलने की विपरीत दिशा में घूर्णन उत्पन्न कर चम्मच सीधे निवाला उनके मुंह तक पहुंचा देगी. डीपीएस बोकारो में 11वीं कक्षा के छात्र अभिनीत का यह प्रोजेक्ट भारत सरकार की महत्वाकांक्षी इंस्पायर मानक अवार्ड योजना के लिए राष्ट्रीय स्तर तक चयनित किया गया. अभिनीत शरण के इस आइडिया से पार्किंसन-ग्रस्त बुजुर्गों को काफी सहूलियत होगी. उसकी इस उपलब्धि पर स्कूल सहित पूरा बोकारो गौरवान्वित है.

शब्दों की कला में पारंगत है शुभांगी, आश्रम के पटकथा-लेखन में भी है योगदान

डीपीएस बोकारो की छात्रा रह चुकी शुभांगी मिश्रा शब्दों की कला में पारंगत है. लेखन, संपादन व अनुवाद के क्षेत्र में प्रतिभा का लोहा मनवा रही है. छह: वर्षों में अपने मामा जाने-माने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता साहित्यकार यतींद्र मिश्रा का सहयोग करते हुए ‘लता सुरगाथा’, ‘फैज़ाबाद शहरनामा’, ‘अख्तरी- सोज और साज का अफसाना’, गुलज़ार के साथ ‘हजारों राहें मुड़के देखीं’ के अनुवाद में योगदान दिया है. शुभांगी ने प्रकाश झा निर्मित सुप्रसिद्ध वेबसीरीज ‘आश्रम’ की पटकथा के लेखन ने भी सहयोग किया है. दर्शन-शास्त्र में स्नातक शुभांगी की इच्छा फिल्म-निर्माता बनने की है, जिसका कोर्स हाल ही में उसने पूरा किया है. वर्तमान में प्रकाश झा के साथ वह काम कर रही है. अपनी वेबसाइट ‘सरस्वती मेला’ पर काम कर रही है.

गांव की गली से डीसी व डायरेक्टर के पद तक पहुंचे भेंडरा के आदित्य

नावाडीह प्रखंड के सुदूर गांव भेंडरा निवासी अर्जुन प्रसाद वर्णवाल व प्रमिला देवी के छोटे पुत्र आदित्य रंजन ने गांव की गली से निकल कर आइएएस की कुर्सी पर आसीन होकर अपने गांव का नाम रोशन किया है. प्राथमिक शिक्षा भेंडरा गांव में हुई. उच्च शिक्षा बोकारो में हासिल की. इसके बाद देश की सेवा की भावना के साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू की, जिसमें वर्ष 2014 में सफलता नहीं मिली तो इन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपनी तैयारी जारी रखी. वर्ष 2015 में इन्हें यूपीएससी में सफलता मिली. वर्ष 2020-21 में एसडीएम हजारीबाग, 2021-22 में उपायुक्त कोडरमा में अपनी सेवा दी. वर्तमान में पशुपालन विभाग में डायरेक्टर का पद संभाल रहे हैं.

बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं गोमिया के नीरज कुमार

वैज्ञानिक प्रतिभा से परिपूर्ण बोकारो जिला अंतर्गत गोमिया प्रखंड के ग्राम तुलबुल निवासी नीरज कुमार ने खेल कूद, कला व सामाजिक क्षेत्र में कुल 178 अवॉर्ड हासिल किये हैं. सूर्य ग्रहण में दो बार व जीरो सेडो डे में शोध कर चुके हैं. नीरज कुमार हेल्पिंग हैंड राइजिंग स्टार के कोऑर्डिनेटर हैं. अभी नीरज गांधी फेलोशिप (पिरामल फाउंडेशन) में वर्ष 2023-25 तक नीति आयोग के प्रोजेक्ट (एस्पिरेशनल भारत कोलैबोरेटिव) पर मध्यप्रदेश के गुणा जिला में फैलोशिप कर रहे हैं. हाल ही में गुना में सक्रिय काम करने पर नीरज कुमार को महिला बाल विकास विभाग ने सम्मानित भी किया है. नीरज कुमार शॉट साइंस फिल्म में डायरेक्टर का काम करते हैं व चार बार नेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल में भाग ले चुके हैं. स्वच्छता पर बनाए गए फिल्म पर भारत सरकार से नीरज को एक्सीलेंस पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. दो बार ईस्ट जोनल अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में भाग लिया. कई नाटकों में किरदार निभाया है. खेलकूद में 116 मेडल जीत चुके हैं.

नेशनल-इंटरनेशनल ओलिंपियाड में धूम मचा रहे रजत रित्विक

रजत रित्विक सही मायनों में नये दौर के विवेकानंद माने जा सकते है. 2022 में इंटरनेशनल इंग्लिश ओलंपियाड में रैंक वन रहा. प्राउट टीवी द्वारा आयोजित भाषण प्रतियोगिता में तीसरा पुरस्कार प्राप्त किया. विद्या भारती संस्कृत शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित अखिल भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त किया. 2023 श्री श्री दुर्गा पूजा समिति, जोरा मंदिर-चास द्वारा आयोजित ड्राइंग प्रतियोगिता में प्रथम, एनटीसीपी (बोकारो) द्वारा आयोजित जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता में प्रथम, बीपीएससीएल द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता में तीसरा व जेमा द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय चित्रकला ओलंपिक में शीर्ष 10 में जगह बनायी. रजत चिन्मय विद्यालय बोकारो में 12वीं आर्टस में अध्ययनरत है.

बॉलीवुड में चंदनकियारी का नाम रोशन कर रहे जनार्दन झा

चंदनकियारी के जनार्दन झा गांव के नाटक मंडली से बॉलीवुड तक का सफर तय कर युवाओं का प्रेरणा बन रहे हैं. हास्य अभिनय में रुचि रखने वाले जनार्दन झा कई फिल्म व छोटे पर्दे पर भी काम कर चुके हैं. विज्ञापन के क्षेत्र से शुरूआत करने वाले 35 वर्षीय जर्नादन को एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी के बाद करण जौहर ने आयुष्मान खुराना के साथ ऐड फिल्म में लीड रोल दिया. वह ऐड सुपर डुपर हिट हुआ. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन सहित अनेक दिग्गज कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला. वर्तमान में सुनील शेट्टी और विवेक ओबराय व सूरज पंचोली द्वारा फिल्म केसरी वीर में अभिनय कर रहे हैं. कला के प्रति जनार्दन का झुकाव बचपन से हीं था.

गोल्डेन गर्ल नाम से जानी जाती हैं बोकारो थर्मल की एथलीट आशा

बोकारो जिला के बोकारो थर्मल स्थित भाटिया एथलेटिक्स एकेडमी की 800 मीटर की एथलीट आशा किरण बारला ने एथलेटिक्स की दुनिया में कई कीर्तिमान स्थापित किया है. आशा ने 2021 में असम में 36वें नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर, 2022 में नागालैंड में आयोजित 56वें साउथ एशिया एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड, 2022 में ही नागालैंड में 56वें क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप में गोल्ड, 2022 में गुजरात में आयोजित अंडर 20 फेडरेशन कप एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड, 2022 में हरियाणा में आयोजित चौथे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड, 2022 में कोलंबिया में अंडर 20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पांचवा पोजिशन हासिल कर नेशनल मीट रिकार्ड बनाया. आशा ने 2022 में भोपाल में 17वें यूथ नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड, 2022 में कुवैत में चौथे यूथ एशियन में गोल्ड, 2022 में ही गुवाहाटी में 37वें नेशनल जूनियर में गोल्ड, 2023 में एमपी में पांचवें खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड तथा वर्ष 2023 में ही स्पेन में आयोजित कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स में सिल्वर पदक जीत कर कई रिकार्ड कायम किया है. अक्तूबर 2023 में बेंगलुरु में 800 मीटर की रेस 2.03 मिनट में पूरा कर रिकार्ड बनाया. इसी प्रकार कुवैत तथा भोपाल में भी रिकार्ड तोड़कर अपने नाम किया. कई गोल्ड पदक हासिल करने वाली आशा को गोल्डन गर्ल के नाम से भी जाना जाने लगा है.

ले. कर्नल जय प्रकाश कुमार ने लहराया माउंट किलीमंजारो पर तिरंगा

बोकारो जिला के फुसरो के निवासी भारत के प्रसिद्ध पर्वतारोही ले. कर्नल जय प्रकाश कुमार ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची और विशाल पर्वत शृंखला माउंट किलीमंजारो की सबसे ऊंची चोटी (19,311 फीट) ऊरुही के ऊपर पांच जनवरी 2024 की सुबह सात बजे तिरंगा झंडा फहराया. ले. कर्नल जय प्रकाश कुमार अब तक 50 से भी ज्यादा पर्वत चोटियों पर तिरंगा लहरा चुके हैं. उन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट के ऊपर भी 2019 में तिरंगा फहराया था. पर्वतारोहण के लिए देश के सबसे ऊंचे राष्ट्रीय सम्मान ””तेनज़िंग नॉरगे नेशनल एडवेंचर अवार्ड 2020”” से राष्ट्रपति उन्हें सम्मानित कर चुके हैं. इसके अलावा भारतीय सेना ने उन्हें सेना मेडल और पांच अन्य अवार्ड से सम्मानित किया है. सैनिक स्कूल तिलैया के छात्र रह चुके ले. कर्नल जय प्रकाश कुमार संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के सदस्य हैं और दक्षिण सुडान में कार्यरत हैं.

गगनयान मिशन टीम में शामिल रहे हैं चंद्रपुरा के आनंद

पिछले वर्ष अक्तूबर में इसरो के गगनयान मिशन के फाइनल ट्रायल में चंद्रपुरा का आनंद कुमार शामिल रहा है. आनंद इंडियन नेवी में कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट में कार्यरत है. आनंद के पिता मनोज कुमार राम दैनिक मजदूरी करते हैं. डीएवी पब्लिक स्कूल दुगदा से 12वीं बारहवीं तक की पढ़ाई करने के बाद आनंद का चयन वर्ष 2017 में इंडियन नेवी में हुआ था. आनंद का परिवार चंद्रपुरा के निमियां मोड़ में रहता है.

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