बोकारो. कोर्ट के आदेशों की अवमानना व संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए विस्थापित, आदिवासी व स्थानीय रैयत को संवैधानिक अधिकार रोजी, रोजगार, नियोजन, मुआवजा व पुनर्वास की सुविधा देने की मांग को लेकर शुक्रवार को झारखंड आंदोलनकारी युवा मोर्चा की ओर से बोकारो स्टील प्लांट के उत्तरी क्षेत्र में बोदरो टांड़ टीसी केनाल गेट को अनिश्चितकाल के लिए जाम कर दिया गया. रैयत अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गये. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष ललित नारायण ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस पर विस्थापित-आदिवासी हाशिये पर आ गये हैं.
मोर्चा के अध्यक्ष ललित नारायण ने कहा कि आज विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है. लेकिन, बीएसएल को जमीन देने वाले विस्थापित, आदिवासी व स्थानीय रैयत को संवैधानिक अधिकार रोजी, रोजगार, नियोजन, मुआवजा व पुनर्वास की सुविधाओं से वंचित करके रखा गया है. उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है. सरकार इस मामले में गंभीरता पूर्वक विचार करें.जब तक अधिकार नहीं मिलेगा, तब तक संघर्ष जारी रहेगा
श्री नारायण ने कहा : विस्थापित नियोजन व रोजगार के लिए वर्षों से आंदोलनरत हैं. जब तक विस्थापितों को हक-अधिकार नहीं मिलेगा, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा. एसडीओ की अध्यक्षता में बाउंड्री वॉल से प्रभावित विस्थापितों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता में सर्वसम्मति से लिये गये निर्णयों को जब तक लागू किया जायेगा, तब तक मोर्चा का आंदोलन जारी रहेगा. बाउंड्री वॉल में अनपेमेंट जमीन का मामला है. मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष विदेशी महतो, सहदेव महतो, धनंजय महतो, मनीलाल मांझी, शंकर कुमार महतो, मांझू महतो, मोहन महतो, ठाकुर प्रसाद महतो, लक्षण महली, सुभाष कुमार, शैलेश महतो आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है