कसमार : सिंहपुर, मुरहुलसुदी और कसमार पंचायत के नौ लोग ओड़िशा के राउरकेला से पैदल (करीब 400 किमी) ही अपने घर आ गये हैं. इनमें मुरहुलसुदी के अनिल महतो और भुनेश्वर महतो, सिंहपुर के नवल किशोर महतो, खिजरा गांव के रामेश्वर महतो, गुरुपद महली, दिलीप महतो, चक्रधर महतो व विनोद महतो और कसमार पंचायत के फुटलाही गांव के सुनील महतो शामिल हैं.
खिजरा स्थित सरकारी विद्यालय, मुरहुलसुदी मध्य विद्यालय में बने क्वारंटाइन सेंटर में इन्हें रखा गया है. सिंहपुर के नवल किशोर और फुटलाही के सुनील महतो को सरकारी अस्पताल में चिकित्सा प्रभारी डॉ नवाब की देखरेख में प्राथमिक जांच के बाद बुखार, सर्दी, खांसी या अन्य कोई लक्षण नहीं मिलने पर होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी गयी है. नवल किशोर महतो ने बताया कि वह लोग राउरकेला के स्टील प्लांट में ठेकेदार के अधीन सरिया सेंट्रिंग का काम करते थे.
एक अप्रैल को राउरकेला से पैदल ही कसमार के लिए चल पड़े. बॉर्डर में पुलिस प्रशासन ने रोका, लेकिन पूछताछ के बाद छोड़ दिया. झारखंड में भी रास्ते में कई बार पुलिस ने रोका. चांडिल में कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने फल व ब्रेड खाने को दिया. चार दिन में 400 किमी की दूरी तय कर वह लोग चार अप्रैल को कसमार पहुंचे.