झारखंड में चिकित्सकों की नहीं होगी कमी, आयुष्मान योजना में मिलेगी प्रोत्साहन राशि : बन्ना गुप्ता
डुमरी उपचुनाव में प्रचार करने जाने के दौरान सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता कुछ देर के लिए बोकारो में रूके. इस दौरान प्रभात खबर से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्य में चिकित्सकों की कमी को पाटने का अभियान जारी है. किसी कीमत पर चिकित्सकों की कमी नहीं होने दी जाएगी.
बोकारो, रंजीत कुमार : झारखंड में चिकित्सकों की संख्या कम है. कमी को पाटने के लिए सरकारी स्तर पर लगातार अभियान चलाया जा रहा है. चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकारी स्तर पर भी पहल किया गया है. डीएमएफटी से भी चिकित्सक बहाल किये जा रहे हैं. हर हाल में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सभी कदम उठाये जा रहे हैं. यह बातें बुधवार को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सेक्टर वन में प्रभात खबर से विशेष बातचीत करते हुए कही. श्री गुप्ता डुमरी उप चनाव में प्रचार करने जाने के दौरान यहां रूके थे.
चिकित्सक को मिलेगा आयुष्मान का 50 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकारी चिकित्सकों को एनपीए (नन प्रैक्टिस एलाउंस) नहीं मिलता है. ऐसी स्थिति में ड्यूटी के बाद प्रैक्टिस करने की छूट है. आयुष्मान व्यवस्था को भी लचीला बनाया गया है. अब एक सरकारी चिकित्सक चार निजी अस्पतालों में सूचीबद्ध हो सकते हैं, लेकिन ध्यान रखना होगा कि जिस अनुपात में निजी अस्पताल में काम करते हैं, उसी अनुपात में सरकारी अस्पतालों में भी कार्य करना होगा. नयी व्यवस्था शुरू करने जा रहे हैं. इसके तहत अब सरकारी अस्पताल में आयुष्मान से सर्जरी करनेवालों चिकित्सकों को प्रोत्साहन राशि बढा कर 50 प्रतिशत मिलेगी. पहले यह राशि 25 प्रतिशत हासिल होती थी.
हर हाल में करना होगा रोस्टर के अनुसार ड्यूटी
उन्होंने कहा कि राज्य के सभी सदर अस्पताल को लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ सीएम हेमंत सोरेन भी संवेदनशील हैं. सभी को कार्यावधि व रोस्टर के अनुसार ड्यूटी हर हाल में करना होगा. इस पर कोई समझौता नहीं हो सकता है. बिना कारण गायब रहनेवाले व लगातार लेट-लतीफ अस्पताल आनेवाले चिकित्सक हो या कर्मचारी सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी. मरीज बिना इलाज के अस्पताल से वापस नहीं लौटे सीएस को सुनिश्चित करना होगा. व्यवस्था से खिलवाड़ की छूट नहीं दी जा सकती.
खुद कमेटी बनाकर मामले की करायेंगे जांच
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बोकारो सदर अस्पताल में ऑर्थेपेडिक्स चिकित्सक डॉ आरपी सिंह द्वारा मरीज के साथ मारपीट की घटना निंदनीय है. कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है. परेशानी होने पर उपाधीक्षक या सिविल सर्जन से शिकायत की जानी चाहिए थी. इस मामले पर खुद कमेटी बना कर मामले की पूरी जांच करायेंगे. साथ ही सदर उपाधीक्षक व सीएस स्तर पर भी जांच करायेंगे. सीसीटीवी फुटेज देखेगे. दोषी होने पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी. लापरवाही बरश्दात के लायक नहीं है.
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इंटरनशिप करनेवालों को मिलेगा स्टाइपन
उन्होंने कहा कि दूसरे देश से मेडिकल में ग्रेजुएट करके स्थानीय अस्पतालों में इंटरनशिप करनेवाले सभी चिकित्सकों को स्टाइपन मिलेगा. इस मामले पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पत्र भेजा जा चुका है. मामले की समीक्षा करेंगे. इसके बाद लागू करेंगे. इसको लेकर इंटरनशिप करनेवालों को घबराने की जरूरत नहीं है. सरकार खुद मामले पर पहल कर चुकी है. स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर मिले. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मैं खुद लगातार समीक्षा बैठक कर रहा हूं. मानव बल की संख्या बढायी जा रही है. कोरोनाकाल में आरटीपीसीआर व जीनोम शिक्वेंशन लैब भी लगाया गया. स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर है.
एसोसिएशन ने किया मंत्री बन्ना का स्वागत
इधर, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के बोकारो पहुंचने पर प्राइवेट हॉस्पिटल वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने स्वागत किया. इसका नेतृत्व अध्यक्ष कुमार प्रभात रंजन ने किया. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बोकारो को स्वस्थ बनाने में हर संभव सहयोग मिल रहा है. कहा कि जब भी जरूरत होगी, हम हाजिर होंगे. स्वागत करनेवालों में उपाध्यक्ष उत्तम कुमार, कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, सक्रिय एक्सक्यूटिव सदस्य राकेश कुमार सिंह, अमित कुमार सिंह आदि शामिल हैं.
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