फुसरो. फुसरो-जैनामोड़ मुख्य मार्ग में कोयला व छाई की ओवरलोड ट्रांसपोर्टिंग के कारण हो रहे प्रदूषण व दुर्घटनाओं में मौत और जर्जर सड़क के मुद्दे को लेकर पिछले दिनों ग्रामीणों ने आंदोलन किया था. इस मामले पिछरी के 13 ग्रामीणों को बेरमो एसडीएम की ओर से गुरुवार को नोटिस जारी किया गया था. इसमें गुल्लू मिश्रा, सूरज महतो, आशीष पाल, देवी दास, बजरंगी मिश्रा, संजय मल्लाह, राकेश मिश्रा, ब्रजेश मिश्रा, संजय मिश्रा, भोला महतो, देवीन मल्लाह, प्रकाश मल्लाह व बिनोद साव शामिल हैं. इन्होंने शुक्रवार को तेनुघाट कोर्ट में हाजिरी लगायी. इस संबंध में आशीष पाल ने कहा कि लोकतंत्र में लोगों को अपनी बातों को रखना अधिकार है. ग्रामीणों ने लोक हित में आवाज उठायी है. आंदोलन की लिखित सूचना पुलिस प्रशासन को दी गयी थी. इसके बावजूद कार्रवाई की जा रही है. यदि प्रशासन मामले में संज्ञान लेता तो ग्रामीणों को आंदोलन करने की जरूरत नहीं पड़ती. इस सड़क पर प्रदूषण से लोग त्राहिमाम कर रहे है. अक्सर सड़क दुर्घटना से लोगों की मौत होती है. लेकिन प्रशासन ने आज तक ट्रांसपोर्टर, सीसीएल व डीवीसी प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है. कहा कि आगे भी आंदोलन जारी रहेगा और हर मंच पर आवाज उठायी जायेगी. ग्रामीणों की आवाज दबाने का साजिश रचने वालों को इस चुनाव में जनता जवाब देगी. ग्रामीणों पर राजनीतिक दबाव दिया जा रहा है. चुनाव के दौरान भी आंदोलन किया जायेगा. मालूम हो कि ग्रामीणों द्वारा चलाये गये आंदोलन के दौरान पेटरवार थाना प्रभारी की ओर से समर्पित अप्राथमिकी संख्या 39/24 में कोयला व छाई लदे हाइवा को नहीं जाने देने को लेकर शांति व्यवस्था भंग होने की संभावना बतायी गयी थी. इस आलोक में बेरमो एसडीएम कोर्ट की ओर से धारा 126 बीएनएसएस के तहत उन ग्रामीणों को नोटिस भेजा गया.
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