बोकारो में तीन नर्सिंग होम का औचक निरीक्षण, गायब मिले डॉक्टर, टीम ने जतायी नाराजगी

बोकारो के सेक्टर चार सिटी सेंटर में तीन नर्सिंग होम का औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान डॉक्टर गायब मिले. इस पर टीम ने नाराजगी जतायी.

By Guru Swarup Mishra | March 14, 2024 9:05 PM

बोकारो: क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के स्टेट कंसल्टेंट डॉ राहुल कुमार सिंह, सिविल सर्जन डॉ दिनेश कुमार, डीआरसीएचओ डॉ एस टुडू, डीडीएम कुमार कंचन की टीम ने गुरुवार को बोकारो के सेक्टर चार सिटी सेंटर के तीन नर्सिंग होम का औचक निरीक्षण किया. रिलीफ हॉस्पिटल, आकाश गंगा हॉस्पिटल व देव नर्सिंग होम में इलाजरत मरीजों से स्वास्थ्य सेवा की जानकारी ली. कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों से कार्य प्रणाली के बारे में पूछा. ऑन स्पॉट चिकित्सक को नहीं पाकर टीम नाराज हुई. इसके अलावा कई सेवाओं को सुधारने का निर्देश दिया, ताकि मरीजों को परेशानी नहीं हो. एक्ट का पालन हर हाल में करने की हिदायत दी. सिविल सर्जन डॉ दिनेश कुमार ने बताया कि निरीक्षण दैनिक कार्य का एक हिस्सा है.

निरीक्षण में मिली गड़बड़ी, तो पांच लाख तक जुर्माना : डॉ राहुल
क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट का पालन हर हाल में निजी अस्पताल व नर्सिंग होम में करना होगा. लगातार औचक निरीक्षण में दर्जनों संस्थानों में एक्ट का उल्लंघन देखा जा रहा है. धनबाद, बोकारो व गिरिडीह के निजी अस्पताल व नर्सिंग होम का हर माह औचक निरीक्षण होगा. गड़बड़ी मिली, तो पांच लाख तक जुर्माना होगा. कानूनी कार्रवाई तक की जायेगी. ये बातें ‘प्रभात खबर’ से गुरुवार को एक्ट के स्टेट कंसल्टेंट डॉ राहुल कुमार सिंह ने तीनों नर्सिंग होम के निरीक्षण के बाद कहीं. डॉ राहुल ने कहा कि लगातार हिदायत देने के बाद भी संस्थान में एक्ट का पालन नहीं किया जा रहा है.

500 छोटे-बड़े निजी अस्पताल व नर्सिंग होम चल रहे
बोकारो, धनबाद व गिरिडीह में लगभग 500 छोटे-बड़े निजी अस्पताल व नर्सिंग होम चल रहे हैं. कई अस्पतालों का निबंधन तक नहीं कराया गया है. चिकित्सक बिना डिग्री के ही लोगों को मेडिकल सेवा तक दे रहे हैं. दर्जनों पारा मेडिकल स्टाफ बिना तकनीकी प्रशिक्षण के काम कर रहे हैं. कोई प्रमाण पत्र तक नहीं है. ऐसे संस्थानों को चिह्नित किया जा रहा है, कार्रवाई तय है.

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