फुसरो. प्रदूषण और ओवरलोड ट्रांसपोर्टिंग के विरोध में 30 सितंबर से पिछरी, तांतरी, मानगो, तुपकाडीह व खुटरी के ग्रामीणों द्वारा चक्का जाम आंदोलन किया था. एक अक्टूबर को पेटरवार व कसमार थाना प्रभारी ने चार अक्टूबर को फुसरो नगर परिषद कार्यालय के सभागार में एसडीएम, एसडीपीओ, सीसीएल के तीनों एरिया के जीएम, बीटीपीएस व सीटीपीएस के मुख्य अभियंता की उपस्थिति में बैठक कराने का आश्वासन दिया था. शुक्रवार को ग्रामीण बैठक के लिए पहुंचे. बैठक नहीं होने और अधिकारियों की उपस्थित नहीं होने पर ग्रामीण आक्रोशित होकर नारेबाजी करने लगे. पांच अक्टूबर से पुन: फुसरो-जैनामोड़ सड़क जाम करने की बात कही. बाद में ग्रामीणों के साथ बेरमो सीओ संजीत कुमार सिंह ने अपने कार्यालय में बैठक की. कोयला तथा छाई ट्रांसपोर्टिंग में मानदंडों का पालन कराने, ओवर लोडिंग बंद कराने का लिखित आश्वासन दिया गया. ग्रामीणों ने फुसरो से जैनामोड़ के बीच कई घनी बस्ती होकर ट्रांसपोर्टिंग होने से हो रही दुर्घटनाओं व प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाने की मांग रखी गयी. इस पर तीन दिनों के अंदर संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक कर विधि सम्मत कार्रवाई का भरोसा दिया गया. ग्रामीणों ने कहा कि हिंदुस्तान पुल फुसरो और तुपकाडीह स्थित नहर का पुल 60-60 वर्ष पुराना है. दोनों पुलों की मरम्मत करायी जाये. तब तक वैकल्पिक रास्ते पर वाहनों का परिचालन हो. प्रदूषण की समस्या को देखते हुए ट्रांसपोर्ट कंपनी दिन में तीन बार सड़क पर पानी का छिडकाव करें और सफाई कराएं. फुसरो-जैनामोड़ सड़क पर शाम छह बजे से रात नौ बजे तक मालवाहकों की नो इंट्री लगाने की मांग पर विधि सम्मत कार्रवाई का आश्वासन दिया गया. बैठक में ग्रामीण सूरज महतो, आशीष पाल, मंतोष सोरेन, श्रीराम भजन लायक, संजय मल्लाह, गुलटन अंसारी, जगदीश केवट, देवी दास, जगदीश प्रसाद महतो, बजरंगी मिश्रा, चंद्रिका केवट, भरत महतो, मंटू नायक, गुलचंद मिश्रा, पवन मिश्रा के अलावा जनप्रतिनिधि, ट्रक व हाइवा एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है