आश्वासन पर पांच घंटे बाद आजसू पार्टी ने चक्का जाम आंदोलन किया समाप्त
स्थानीय विस्थापितों को रोजगार देने की मांग
प्रतिनिधि, जारंगडीह.
जरांगडीह आउटसोर्सिंग कंपनी में स्थानीय विस्थापितों को रोजगार की मांग को लेकर आजसू पार्टी ने जारंगडीह खुली खदान का मुख्य द्वार शुक्रवार को पहली पाली में जाम कर अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया. नेतृत्व कर रहे आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव सह प्रभारी अखिल झारखंड कोयला श्रमिक संघ के संतोष महतो ने बताया कि जारंगडीह खुली खदान में आउटसोर्सिंग का कार्य कर रही कंपनी श्रम नियोजन विभाग झारखंड सरकार द्वारा निजी क्षेत्र में नियोजन अधिनियम 2021 एवं नियमावली 2022 का अक्षरशः पालन नहीं कर स्थानीय विस्थापितों से छल कर रही है. स्थानीय सीसीएल प्रबंधन को पूर्व में ज्ञापन सौंप कर मामले से अवगत कराया गया था, लेकिन प्रबंधन ने संज्ञान नहीं लिया. इसके विरोध में शुक्रवार को जारंगडीह खुली खदान का गेट जाम कर चक्का जाम कर दिया गया है.जब तक आउटसोर्सिंग कंपनी में 75 प्रतिशत विस्थापित व प्रभावित ग्रामीणों को रोजगार नहीं दिया जायेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि चक्का जाम आंदोलन लगभग पांच घंटे के बाद कथारा महाप्रबंधक संजय कुमार द्वारा लिखित रूप से मिले आश्वासन के बाद समाप्त कर दिया गया. बताया कि आगामी 22 अगस्त को वार्ता की जायेगी. वार्ता में गिरिडीह लोकसभा के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे. चक्का जाम आंदोलन में गौतम राम, अशोक मंडल, कृष्णा नायक,राजेंद्र नायक सहित कई लोग मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है