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लॉकडाउन में मंदिरों में सन्नाटा, आज होगी महाअष्टमी की पूजा

लॉकडाउन के कारण कोयलांचल के सभी मंदिरों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है. चार दिवसीय चैती छठ का भी मंगलवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ सादगी के साथ समापन हो गया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 1, 2020 12:48 AM

बेरमो : लॉकडाउन के कारण कोयलांचल के सभी मंदिरों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है. चार दिवसीय चैती छठ का भी मंगलवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ सादगी के साथ समापन हो गया. अनुमंडल के कई स्थानों पर इस बार चैती दुर्गा पूजा की प्रतिमा स्थापित नहीं की गयी है. जहां प्रतिमा स्थापित की गयी है, उन जगहों पर मंगलवार को सप्तमी की पूजा सादगी के साथ संपन्न हो गयी. बुधवार को महाअष्टमी व गुरुवार को महानवमी की पूजा, पुष्पांजलि व भोग का वितरण होगा. संबंधित मंदिर कमेटी भी नवरात्र को लेकर काफी अलर्ट है तथा भक्तों से सोशल डिस्टेंसिंग का हर हाल में पालन करने का आग्रह किया है. दो अप्रैल को रामनवमी है. इस दिन पूरे अनुमंडल में इस बार कहीं भी जुलूस नहीं निकाले जाने की सूचना है. लोग अपने-अपने घरों में ही पूजा पाठ करेंगे. कई मंदिरों में महावीरी झंडा फहराया जायेगा, पर काफी कम संख्या में भी भक्तजन जुटेंगे.

जरूरतमंदों की मदद को बढ़ने लगे हाथ बेरमो. लॉकडाउन का असर पूरे बेरमो अनुम‍ंडल में दिख रहा है. सड़कें सुनसान हैं. शाम चार बजे के बाद राशन, सब्जी व फल की दुकानें बंद हो जाने के बाद सन्नाटा और भी गहरा जाता है. लॉकडाउन के कारण संकट में पड़े जरूरतमंदों की मदद को सहयोगी सामने आने लगे हैं. कई सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों के अलावा पत्रकार, सक्षम लोग भी अपने स्तर से जरूरतमंदों के बीच खाद्यान्न सामग्री का वितरण करने लगे हैं. प्रखंड प्रशासन भी पूरी तत्परता से बीपीएल कार्डधारियों के बीच डीलरों के जरिये खाद्यान्न आपूर्ति करवा रहा है. कई स्थानों पर खोले गये दाल-भात केंद्र से भी गरीबों को काफी राहत मिल रही है. स्कूली शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो व बेरमो विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह भी अपने स्तर से जरूरतमंदों के बीच खाद्यान्न सामग्री का वितरण करवा रहे हैं. कोयलांचल के फुसरो, चंद्रपुरा, भंडारीदह, नावाडीह, पिछरी, चलकरी, जरीडीह बाजार, कुरपनिया, संडे बाजार, जारंगडीह, कथारा, बोकारो थर्मल, स्वांग, साड़म, गोमिया, तेनुघाट में दिन भर सन्नाटा छाया रहता है. सड़कों पर इक्का-दुक्का लोग ही नजर आते है. सड़कों पर सिर्फ कोल ट्रांसपोर्टिंग में लगे हाइवा ही दिखते हैं.

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