कसमार से गायब चार बच्चों में एक डुमरी विहार स्टेशन में बरामद
बाकी अन्य तीन बच्चे स्टेशन से सटे जंगल में भागे, खोजबीन जारी
प्रतिनिधि, कसमार.
कसमार थाना क्षेत्र के पोंडा गांव से गुरुवार की सुबह गायब हुए चार आदिवासी बच्चों में से एक शशिकांत हांसदा (पिता-जितेंद्र हांसदा) को बरामद कर लिया गया है. परिजनों ने खोजबीन के क्रम में गोमिया प्रखंड के डुमरी बिहार रेलवे स्टेशन के पास से उसे बरामद किया है. उसके साथ गए तीन अन्य बच्चे भी स्टेशन के बगल में उसके साथ ही मौजूद थे, लेकिन अभिभावकों को देखकर वे तीनों जंगल में भाग खड़े हुए. कसमार पुलिस ने भी इसकी पुष्टि की है. थाना प्रभारी भजनलाल महतो ने बताया कि एक बच्चा (शशिकांत) के बरामद होने के बाद डुमरी स्टेशन से जंगल की ओर गए बाकी तीनों बच्चों की खोजबीन के लिए पुलिस जुट हुई है. उसकी खोजबीन की जा रही है. उन तीनों को भी जल्द खोज निकाला जायेगा. जानकारी के अनुसार, गुरुवार को खांजो नदी में नहाने के नाम पर घर से निकले चारों बच्चे सागर हांसदा (13) पिता सागर हांसदा, राजू बेसरा (14), पिता बाबू दास मांझी, शशिकांत हांसदा (12), पिता-जितेंद्र कुमार हांसदा एवं निखिल सोरेन (13) पिता रमन मांझी भागकर शुक्रवार को गोमिया प्रखंड के महुआटांड़ के निकट स्थित काशीटांड़ स्थित निखिल सोरेन के मौसा के घर चले गये. रात को वहीं भोजन करने के बाद रात्रि विश्राम किया. शनिवार की सुबह अखबार में मामला प्रकाशित होने के बाद जब निखिल के मौसा को मामला समझ में आया तो इसकी सूचना घर वालों को दे दी. लेकिन परिजनों के पहुंचने से पहले चारों बच्चे वहां से भाग खड़े हुए. खोजते हुए परिजन जब डुमरी विहार स्टेशन पहुंचे तो चारों को स्टेशन के बगल में देखा. परिजनों को देखकर चारों पुनः भागने लगे. इस क्रम में शशिकांत पकड़ में आया, जबकि तीन अन्य बच्चे जंगल की ओर भाग खड़े हुए.कसमार थाना प्रभारी भजनलाल महतो ने बताया कि परिजनों से मिली जानकारी एवं लोकेशन के आधार पर पुलिस भी बच्चों की लगातार खोजबीन में जुटी है. बताया कि जानकारी के अनुसार सभी बच्चे कसमार पोंडा से पैदल ही डुमरी विहार स्टेशन तक पहुंचे थे. अभी तक किसी तरह की तस्करी या अन्य किसी तरह का मामला सामने नहीं आया है. हालांकि, चारों बच्चों की बरामदगी के बाद ही पूरी कहानी स्पष्ट हो पायेगी.
परिजनों ने ली राहत की सांस :
इधर एक बच्चे की बरामदगी एवं तीन बच्चों के देखे जाने की सूचना के बाद बच्चों के माता पिता व परिजनों ने राहत की सांस ली है. जब से बच्चे गायब हुए थे, कई तरह की अनहोनी की आशंका से परिजन डरे सहमे तथा चिंतित व परेशान थे. परिजन बच्चों के सकुशल घर लौटने के इंतजार में हैं. पोंडा मुखिया हारू रजवार ने कहा कि बच्चों के बरामद होने की बात से सभी ने राहत की सांस ली है. सभी लोग चिंतित थे. बच्चों से पूछताछ के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि सभी ने ऐसा कदम क्यों उठाया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है