Jharkhand News: आम आदमी को दो वक्त की रोटी मिल सके, इसके लिए सरकार की ओर से कई योजनाएं चलायी जा रही है. लाखों किलो अनाज का आवंटन गरीबों के लिए हो रहा है. बावजूद इसके आम लोग तक अनाज नहीं पहुंच पा रहा है. बोकारो जिला में जुलाई माह में कुल आवंटित अनाज का मात्र 60.92 प्रतिशत ही वितरित हुआ है. यह स्थिति तब है जब कि जुलाई माह में डीएसओ की ओर से विभिन्न प्रखंड में खाद्यान्न भंडार का औचक निरीक्षण किया गया था. जुलाई माह में बोकारो जिला के लिए कुल 70,60,685 किलो (चावल : 56,49,262 किलो व गेंहू : 14,11,423 किलो) अनाज का आवंटन किया गया था. लेकिन, वितरण सिर्फ 43,01,524 किलो (चावल : 34,42,823 किलो व गेंहू : 8,58,701 किलो) अनाज का ही हो पाया. यानी 60.92 प्रतिशत अनाज का वितरण हो पाया.
बोकारो में 3,27,807 लोग जन वितरण प्रणाली के हैं लाभुक
प्रखंडवार की बात करें, तो अनाज वितरण में चंदनकियारी, गोमिया व चंद्रपुरा की स्थिति सबसे खराब है. चंदनकियारी में मात्र 36.87 प्रतिशत, गोमिया में 38.96 प्रतिशत व चंद्रपुरा में मात्र 47.03 प्रतिशत आवंटित अनाज का वितरण हो पाया है. इसके अलावा फुसरो नगर परिषद क्षेत्र में 53.61 प्रतिशत, बेरमो में 88.16 प्रतिशत, चास में 59.07 प्रतिशत, जरीडीह में 55.84 प्रतिशत, कसमार में 59.38 प्रतिशत, नावाडीह में 80.53 प्रतिशत, पेटरवार में 89.28 प्रतिशत, चास नगर निगम क्षेत्र में 90.25 प्रतिशत व बोकारो स्टील सिटी क्षेत्र में 82 प्रतिशत आवंटित अनाज का वितरण हुआ है. बताते चलें कि जिला में 3,27,807 लोग जन वितरण प्रणाली के लाभुक हैं.
बोकारो का प्रदर्शन खराब
जन वितरण प्रणाली के तहत बोकारो अनाज वितरण मामले में जिला में अंतिम से चौथे स्थान पर है. हालांकि राहत की बात यह कि रांची से इस मामले में बोकारो की स्थिति बेहतर है. बोकारो से खराब स्थिति पूर्वी सिंहभूम (29.53 प्रतिशत), रांची (34.88 प्रतिशत) एवं जामताड़ा (50.68 प्रतिशत) की है.
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दो माह से केरोसिन तेल का वितरण बंद
जन वितरण प्रणाली में अनाज के साथ-साथ केरोसिन तेल का वितरण भी होता रहा है. लेकिन, बोकारो में पिछले दो माह से अचानक से केरोसिन का वितरण बंद है. जबकि इसी साल जनवरी से अप्रैल तक हजारों-लाखों लीटर केरोसिन का वितरण किया गया. जनवरी में जिला में 2,85,500 लीटर, फरवरी में 2,51,769 लीटर, मार्च में 3,331 व अप्रैल में 62,993 लीटर केरोसिन का वितरण हुआ. मई में अचानक से 58 लीटर और इसके बाद जून-जुलाई में शून्य लीटर केरोसिन का वितरण हुआ. अब सवाल यह कि अचानक से केरोसिन तेल का इस्तेमाल खत्म हुआ या पहले बिना इस्तेमाल के केरोसिन का वितरण होता था.
Posted By: Samir Ranjan.