चास : कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए अब चास शहरी के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी जागरूक हुए हैं. मोहल्ला व गांवों के लोगों ने बांस की अस्थाई बैरिकेडिंग कर बाहर से आने वाले लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दिया है. जागरूक लोग बाहर से आने वाले लोगों की सूचना भी जिला प्रशासन को उपलब्ध करा रहे हैं. अगर प्रशासन आने में देर कर है तो लोग उच्च अधिकारियों को सोशल मीडिया के माध्यम से सूचना दे रहे हैं.
गुरुवार को भी ऐसा ही एक मामला चास थाना क्षेत्र के पिंडरगड़िया से सामने आया. इसमें बाहर से आये एक संदिग्ध युवक को ग्रामीणों ने मोहल्ले में घुसने से रोक दिया. इस दौरान संदिग्ध युवक ने ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज भी की, लेकिन ग्रामीण उसे बिना जांच कराये गांव में घुसने से रोक दिये. इस दौरान पुलिस प्रशासन की एक टीम मौके पर पहुंच युवक को थाने लेकर आयी और पूछताछ की. एहतियात के तौर पर जांच कराने के बाद उसका गांव में प्रवेश कराया गया. वहीं चास प्रखंड के लगभग गांवों के युवकों ने गांव के मोड़ पर बांस का अस्थाई बेड़ा लगाया गया है. नरकेरा के युवकों ने भी गांव के मोड़ पर बांस का बेड़ा लगाया है. साथ में एक नोटिस बोर्ड भी लगाया गया है.
इसमें इमरजेंसी मोबाइल नंबर भी दिया गया है, ताकि गांव आने वाले लोग फोन कर ग्रामीणों से सहयोग प्राप्त कर सकते हैं. इधर एनएच-32 सहित चास के सभी मुख्य सड़क सुबह 12 बजे के बाद एकदम सुनसान हो गये. इस दौरान सिर्फ पुलिसकर्मी व अधिकारियों के सायरन देते वाहन आवाजाही करते रहे.भूखों को खाना खिलाना आपदा में सबसे बड़ा है धर्म : चास व आसपास के स्लम बहुल क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को विभिन्न संस्थाओं की ओर से खाद्य सामग्री मुहैया करायी जा रही है. इस्पात कॉलोनी की सामाजिक कार्यकर्ता सीमा देवी ने जरूरतमंद लोगों के बीच तीन किलो चावल, 750 ग्राम आलू, एक पैकेट नमक व 250 ग्राम टमाटर का वितरण किया गया.
मौके पर रमेश बाउरी, गोधन गोराईं, अंता रजवार, भोला ठाकुर ने सहयोग किया. वहीं चास थाना पुलिस की ओर से भी लगातार पांचवें दिन खिचड़ी का वितरण किया गया. गुरुवार को बाउरी मोहल्ला, गुमला बस्ती में खिचड़ी बांटी गयी. इस दौरान चास पुलिस की ओर से मवेशियों को भी खाना खिलाया जा रहा है. इस दौरान थाना प्रभारी चुनमुन सिंह ने कहा कि यह आपदा का दौर है. इसमें हमें एक-दूसरे का सहयोगी बनकर कार्य करना होगा. इस आपदा के दौर में भूखे लोगों को खाना खिलाना सबसे बड़ा धर्म है. यह मौका लोगों को नहीं छोड़ना चाहिए. उन्होंने संपन्न लोगों को आगे आकर जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री मुहैया कराने की अपील की.