बेसहारा शकीला बानो को लोगों ने दी अंतिम विदाई
बेसहारा शकीला बानो को लोगों ने दी अंतिम विदाई
गांधीनगर. बेरमो कोयलांचल में सांप्रदायिक सद्भाव की अनूठी तस्वीर देखने को मिली. गांधीनगर थाना क्षेत्र के तीन नंबर में शकीला बानो का निधन रविवार की शाम को हो गया था. शकीला बानो का कोई सहारा नहीं था. वह अकेली रहती थी. बोकारो कोलियरी चार नंबर शिफ्टिंग के बाद प्रबंधन ने पहल करते हुए उसे तीन नंबर में एक क्वार्टर दिया था. शकीला बानो काफी दिनों से बीमार थी और उसकी देखभाल बगल में ही रहने वाली शांति देवी करती थी. मोहल्ले में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है. शांति देवी की पहल पर राजनीतिक पार्टी से जुड़े लोग, सामाजिक कार्यकर्ता व पंचायत प्रतिनिधि आगे आये. साथ ही बेरमो बस्ती गांधीनगर अंजुमन कमेटी के लोगों के सहयोग से शव को गांधीनगर कब्रिस्तान में दफन किया गया. इस सामाजिक कार्य में सीपीआइ के आफताब आलम खान, यूनाइटेड मिली फोरम के अफजल अनीस, गांधीनगर बेरमो बस्ती अंजुमन कमेटी के सदर अहमद हुसैन, महमूद अंसारी, मुखिया प्रतिनिधि संजय सिंह, कुरपनिया निवासी मो बलाल अंसारी की अहम भूमिका रही. वहीं जनाजे में हरिश्चंद्र रजक, संतोष महतो, कालराम, चांद शरद लाल, सुनील प्रसाद, किशोर नोनिया, भारत किशोर, अमित महतो, रिफत अंसारी, शेर मोहम्मद, हबीब उर रहमान आदि शामिल थे.
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